राष्ट्रीय खेल दिवस के मौके पर टीम इंडिया के पूर्व विस्फोटक ओपनर वीरेंद्र सहवाग ने हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद को याद किया है. सहवाग ने एक साथ कई ट्वीट कर उनके खेल, योगदान और राष्ट्रप्रेम को प्रेरणा बताया. हॉकी के जादूगर रहे मेजर ध्यानचंद ने अपने हरफनमौला प्रदर्शन से दुनियाभर में लोहा मनवाया. उनकी सफलताओं से पूर्व भारतीय बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग काफी प्रभावित हैं और उन्होंने देश के हर बच्चे को ध्यानचंद के बारे में पढ़ने के लिए प्रोत्साहित किया.
ध्यानचंद से जुड़े कुछ किस्सों के साथ ही वीरेंद्र सहवाग ने एक ट्वीट में लिखा, 'इस देश के हर बच्चे को महान मेजर ध्यानचंद के बारे में पता होना चाहिए. 16 साल की उम्र में भारतीय सेना में शामिल हुए थे और 1956 में रिटायर हुए. सहवाग ने ध्यानचंद के हिटलर और बर्लिन ओलिंपिक से जुड़े कुछ किस्से भी ट्वीट किए.
Tributes to the greatest hockey player of all times and India's greatest sportsman, Major Dhyanchand on #NationalSportsDay . pic.twitter.com/MzYxMGPDtC
— Virender Sehwag (@virendersehwag) August 29, 2017
Every child in the country must know about the legend Major Dhyanchand was.He joined the Indian army at the age of 16 and retired in 1956.
— Virender Sehwag (@virendersehwag) August 29, 2017
सहवाग ने 1936 बर्लिन ओलंपिक्स पर ट्वीट करते हुए लिखा, ’1936 में बर्लिन ओलंपिक्स में भारतीय दल की अगुवाई ध्यानचंद कर रहे थे जिन्होंने एडॉल्फ हिटलर को सालमी देने से इनकार कर दिया था. बर्लिन ओलंपिक्स में जर्मनी के खिलाफ ध्यानचंद ने अपने स्पाइक्स निकाल दिए थे और वो नंगे पांव खेले थे.’
सहवाग ने सर डॉन ब्रैडमैन पर भी ट्वीट करते हुए कहा सर डॉन ब्रैडमेन ने ध्यानचंद को देखकर एक बार कहा था- तुम ऐसे गोल करते हो जैसे क्रिकेट में रन बनाए जाते हैं. ऐसे महान लोगों के बारे में ज्यादा से ज्यादा जानना चाहिए और सेलिब्रेट करना चाहिए.'During the1936 Olympic final against Germany, it’s said that Dhyan Chand removed his spiked shoes & stockings in 2nd half & played barefoot
— Virender Sehwag (@virendersehwag) August 29, 2017
Sir Don Bradman on seeing Dhyan Chand said, “You score goals like runs”.
Such a legend needs to be known and celebrated so much more.
— Virender Sehwag (@virendersehwag) August 29, 2017