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दो महीने और टीम इंडिया के साथ रहेंगे रवि शास्त्री! बोले- मैंने सब कुछ हासिल कर लिया है

रवि शास्त्री ने कहा कि यदि टीम इंडिया टी20 विश्व कप जीतने में सफल रहती है, तो यह सोने पर सुहागा होगा. साथ ही, शास्त्री को बुक लॉन्च समारोह में जाने का भी मलाल नहीं है.

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Team India Head Coach Ravi Shastri
Team India Head Coach Ravi Shastri
स्टोरी हाइलाइट्स
  • टी20 वर्ल्ड कप के कोच का पद छोड़े सकते हैं शास्त्री
  • बोले- यह क्रिकेट में मेरे चार दशकों का सबसे संतोषजनक क्षण

टीम इंडिया के हेड कोच रवि शास्त्री टी20 विश्व कप के बाद अपना पद छोड़ सकते हैं. भारतीय टीम अगर टी20 वर्ल्ड कप के फाइनल में जगह बना लेती है, जो 14 नवंबर को खेला जाएगा तो ऐसे में रवि शास्त्री करीब दो महीने और टीम इंडिया के साथ रहेंगे.

शास्त्री का मुख्य कोच के रूप में कार्यकाल 2017 में शुरू हुआ था. इसके बाद उन्हें 2019 में फिर से इस पद पर नियुक्त कर दिया गया था. टी20 विश्व कप 17 अक्टूबर से यूएई में खेला जाएगा. कोविड-19 पॉजिटिव पाए जाने के कारण 59 साल के शास्त्री अभी पृथकवास पर हैं.

'द गार्डियन' को दिए गए इंटरव्यू में कहा कि उन्होंने बतौर कोच सब कुछ हासिल कर लिया है. शास्त्री ने कहा कि यदि टीम इंडिया टी20 विश्व कप जीतने में सफल रहती है, तो यह सोने पर सुहागा होगा. साथ ही, शास्त्री को बुक लॉन्च समारोह में जाने का भी मलाल नहीं है.

गौरतलब है कि निर्धारित मैनचेस्टर टेस्ट से पहले शास्त्री और तीन सपोर्ट स्टाफ पॉजिटिव पाए गए थे. जिसके बाद मैनचेस्टर टेस्ट मैच को रद्द करना पड़ा था. 

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रवि शास्त्री ने कहा, 'मैंने वह सब हासिल कर लिया है जो मैं चाहता था. पांच साल टेस्ट क्रिकेट में नंबर-1 रहना, ऑस्ट्रेलिया में दो बार सीरीज जीतना, इंग्लैंड में जीत हासिल करना. मैंने इस गर्मी की शुरुआत में माइकल एथर्टन से बात की और कहा कि मेरे लिए यह अंतिम है - ऑस्ट्रेलिया को ऑस्ट्रेलिया में हराना और कोविड के समय में इंग्लैंड में जीत हासिल करना. हम इंग्लैंड के खिलाफ 2-1 से आगे हैं और जिस तरह से हमने लॉर्ड्स और ओवल में खेला वह खास था.'

शास्त्री ने आगे बताया, 'हमने दुनिया के हरेक टीम को सफेद गेंद वाली क्रिकेट में उनके ही देश में हराया है. अगर हम टी20 विश्व कप जीत जाते हैं तो यह सबसे महत्वपूर्ण बात होगी. इससे अधिक कुछ नहीं है. मैं एक बात पर विश्वास करता हूं कि कभी भी अपने स्वागत के लिए ज्यादा न रुकें. यह क्रिकेट में मेरे चार दशकों का सबसे संतोषजनक क्षण है' 

'मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता'

रवि शास्त्री ने भारतीय टीम के कोच की तुलना इंग्लैंड या ब्राजील के फुटबॉल कोच से की. शास्त्री ने कहा, 'आप जानते हैं कि भारत का कोच होना ब्राजील या इंग्लैंड का फुटबॉल कोच जैसा है. आप हमेशा बंदूक की नोक के सामने होते हैं. आपके पास छह महीने बेहतरीन हो सकते हैं और फिर आप 36 रन बनाकर आउट हो जाते, तो वे आपको गोली मार देंगे. आपको तुरंत जीतना होगा नहीं तो वे आपको खा लेंगे. मैं मोटी चमड़ी का आदमी हूं, इसलिए मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता.' 

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शास्त्री ने बुक लॉन्च इवेंट को लेकर कहा, 'मुझे बिल्कुल पछतावा नहीं है, क्योंकि मैं उस समारोह में जिन लोगों से मिला, वे शानदार थे. यह टीम के लिए भी अच्छा था कि वे बंद कमरे में रहने की बजाय अलग-अलग लोगों से मिले. ओवल टेस्ट के दौरान तो 5 हजार से अधिक लोगों उपस्थिति थी. ऐसे में आप बुक लॉन्च को कैसे दोषी ठहरा सकते हैं.'

ये है उनकी ख्वाहिश ...

शास्त्री आईसीसी (ICC) ट्रॉफी के साथ अपने कार्यकाल का समापन करना चाहते हैं. शास्त्री और विराट कोहली की जोड़ी के रहते हुए भारत कभी आईसीसी ट्रॉफी नहीं जीत पाया.

उन्होंने कहा, ‘हम इसके लिए अपनी जी जान लगा देंगे. निश्चित तौर पर हमारे पास ऐसी टीम है जो अपनी क्षमता से खेलती है तो वह जीत सकती है. सबसे अहम बात यह है कि हम इसका आनंद लेंगे. टेस्ट मैच का दबाव भूल जाओ. टी20 क्रिकेट का मतलब है उसका आनंद लो. मैं सिर ऊंचा रखकर विदा होना चाहता हूं.’

उन्होंने कहा, ‘हां इसका दुख होगा कि टीम के साथ मेरा कार्यकाल समाप्त हो रहा है, क्योंकि मैंने कई शानदार खिलाड़ियों और व्यक्तियों के साथ काम किया. हमने ड्रेसिंग रूम में अच्छा समय बिताया. लेकिन इससे बढ़कर हमारी क्रिकेट और हमने जो परिणाम हासिल किए उसने यह यात्रा शानदार बनाई.’

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