आजतक के E-Salaam Cricket 2021 में उस समय दिलचस्प मोड़ आ गया, जब पूर्व क्रिकेटर सुनील गावस्कर का मेमोरी टेस्ट लिया गया. जानबूझकर पहले गलत तथ्य रखा गया और फिर गावस्कर की याददाश्त का टेस्ट हुआ. अब ये सवाल भारत और न्यूजीलैंड की सीरीज से जुड़ा रहा. सत्र का संचालन कर रहे विक्रांत गुप्ता ने कहा- अभी तक जो भी भारत बनाम न्यूजीलैंड ICC टूर्नामेंट हुए हैं, उनमें भारत सिर्फ 2003 में ही जीत पाया.
जब गावस्कर का हुआ मेमोरी टेस्ट
अब उम्मीद के मुताबिक सुनील गावस्कर ने तुरंत ही इस सवाल के बीच में टोक दिया और कहा कि उन्होंने न्यूजीलैंड के खिलाफ एक मैच में शतक जड़ा था और भारत वो मैच जीत गया था. तभी विक्रांत गुप्ता ने बताया कि वह गावस्कर का टेस्ट ले रहे थे. वह देखना चाहते थे कि उन्हें (गावस्कर) अपनी खुद की वो ऐतिहासिक पारी याद है या नहीं. सच तो यह है कि गावस्कर को वो पारी याद है और उन्हें उस उपलब्धि पर काफी गर्व भी होता है. दरअसल, गावस्कर ने अपने करियर में कई शतक जमाए, पर वनडे इंटरनेशनल में उनके नाम एक ही सेंचुरी दर्ज है. और यह शतक न्यूजीलैंड के खिलाफ नागपुर में 1987 के वर्ल्ड कप के दौरान आया था.
देखिए, क्या हुआ जब @vikrantgupta73 ने सुनील गावस्कर की याददाश्त का लिया टेस्ट #eSalaamCricket #SunilGavaskar #WTCFinal pic.twitter.com/cWMtNWx7hC
— AajTak (@aajtak) June 17, 2021
वैसे ये बात सच है कि न्यूजीलैंड ने ICC टूर्नामेंट्स में जबरदस्त प्रदर्शन किया है. एक औसत सी दिखाई देने वाली टीम अचानक से ICC टूर्नामेंट में अपना अलग ही रूप दिखा जाती है और कई बड़े मैच जीतकर खेल के समीकरण को पूरी तरह बदल देती है. न्यूजीलैंड क्रिकेट का ये एक ऐसा इतिहास है जिस वजह से हर कोई उन्हें मजबूत टीम मानता है और उनके सामने हमेशा बेस्ट प्लेयरर्स को उतारा जाता है. अब भारत की भी वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप में सबसे मजबूत टीम उतरी है जिसमें बल्लेबाजी में कोहली, पंत जैसे धुरंधर हैं तो वहीं गेंदबाजी में बुमराह और शमी जैसे खिलाड़ी विकेट चटकाने को तैयार हैं.
ईशांत शर्मा पर तीखी बहस
वैसे इंटरव्यू के दौरान गावस्कर ने ईशांत शर्मा को भारतीय टीम के लिए एक्स फैक्टर बता दिया है. उनकी नजरों में ईशांत शर्मा का टीम में रहना काफी जरूरी है. वे मानते हैं कि ईशांत का अनुभव इस टूर्नामेंट में भारत के काफी काम आया है और फाइनल में भी वे एक सक्रिय भूमिका निभा सकते हैं. उन्होंने इस मामले में मोहम्मद सिराज से ऊपर ईशांत को रखा है. वैसे इस मुद्दे पर हरभजन सिंह की राय जरूर गावस्कर से अलग है. उन्होंने बल्कि सिराज को ज्यादा बेहतर माना है. उन्होंने साफ कर दिया है कि वे इस मुद्दे पर सुनील गावस्कर से सहमत नहीं हैं.