अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट संन्यास ले चुके महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर ने उन्हें फिट रखने और शारीरिक ट्रेनिंग को मजेदार बनाने के लिए भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व ट्रेनर एड्रियन ली रॉक्स की तारीफ की. तेंदुलकर डा. अपर्णा संथानम की किताब जैली बैली के विमोचन के बाद संवाददाताओं से बात कर रहे थे.
दक्षिण अफ्रीका के ली रॉक्स 2002-03 में भारतीय क्रिकेट टीम के फिजिकल ट्रेनर थे. अपनी पत्नी अंजलि के साथ कार्यक्रम में पहुंचे सचिन तेंदुलकर ने कहा, ‘मैंने 1989 में खेलना शुरू किया, मैं 16 बरस का था और मुझे कोई जानकारी नहीं थी. मैंने अपने पूरे जीवन में शिवाजी पार्क में अभ्यास किया था, आचरेकर सर (रमाकांत आचरेकर) के कोचिंग और ट्रेनिंग के अपने तरीके थे. उस समय जिम जाने का रिवाज नहीं था.’
ट्रेनिंग को काफी तवज्जो नहीं दी
उन्होंने कहा, ‘मेरे करियर के अधिकांश पहले हाफ में मैं जिम नहीं गया. मैंने ट्रेनिंग को काफी तवज्जो नहीं दी. लेकिन इसके बाद विदेशी ट्रेनरों को लाया गया जिन्हें अच्छी जानकारी और अधिक अनुभव था. इस बीच मैं भी काफी यात्रा कर चुका था और मैंने चीजों को अलग तरीके से देखना शुरू कर दिया था.’
ली रॉक्स के मागदर्शन में शारीरिक ट्रेनिंग का लुत्फ उठाने के संदर्भ में सचिन तेंदुलकर ने कहा, ‘मेरे जीवन का सर्वश्रेष्ठ समय जब मैंने ट्रेनिंग का लुत्फ उठाना शुरू किया वह एड्रियन ली रॉक्स के हमारी टीम से जुड़ने के दौरान था. उसने कभी हमें बाध्य नहीं किया, उसने कहा कि आपको जो भी करना पसंद है करें, आप जिम आ सकते हैं और मैं आप पर नजर रखूंगा.’
तेंदुलकर ने कहा, ‘यह विशिष्ट ट्रेनिंग थी. तेज गेंदबाजों को अलग ट्रेनिंग की जरूरत थी, बल्लेबाजों को अलग मांसपेशियों की ट्रेनिंग की जरूरत थी. इसलिए यह सामान्य चीज नहीं थी और उसने इसे काफी जल्द पहचाना और ट्रेनिंग आदत बन गई.’
उन्होंने कहा, ‘श्रीलंका या वेस्टइंडीज में पूरे दिन छह से सात घंटे क्षेत्ररक्षण के बाद मैं घंटों साइकिल चलाता था.’
तीन हफ्ते में चार किलो वजन घटाया
तेंदुलकर ने वह घटना भी बताई जब उन्होंने उबले खाने की मदद से लगभग चार किलो वजन घटाया. उन्होंने कहा, ‘मुझे याद है 2011 में वर्ल्ड कप से ठीक पहले दक्षिण अफ्रीका में मैंने पूरी टीम से कहा कि आपको वर्ल्ड कप के लिए कुछ बलिदान देना चाहिए और एक टीम के रूप में हमें तीन किलोग्राम वजन घटाना चाहिए और फिट होना चाहिए.’
तेंदुलकर ने कहा, ‘इसके बाद मेरी मांसपेशियों में खिंचाव आ गया और मैं सीरीज से बाहर हो गया. मैं दौड़ नहीं सकता था लेकिन मैंने बड़ा लैक्चर दिया था कि तीन किलोग्राम वजन कम होना चाहिए. इसलिए तीन हफ्ते तक मैंने उबला हुआ खाना खाया. मैं यह बहाना नहीं बनाना चाहता था कि मांसपेशियों में खिंचाव के कारण मैं वजन नहीं घटा पाया. तीन हफ्तों में सीमिति ट्रेनिंग के साथ मैं लगभग चार किलो वजन घटाने में सफल रहा.’