भारतीय टीम के पूर्व मुख्य कोच राहुल द्रविड़ ने कहा है कि भारत की सफेद गेंद क्रिकेट की सोच और खेल का तरीका बदलने का श्रेय रोहित शर्मा को जाता है. द्रविड़ और रोहित ने मिलकर भारतीय टीम में एक नए युग की शुरुआत की, जिसमें टीम ने ज्यादा आक्रामक और सकारात्मक क्रिकेट खेलना शुरू किया.
यह बदलाव सबसे पहले 2023 वनडे विश्व कप में दिखा, जब रोहित शर्मा ने फ्रंट से लीड करते हुए भारत को फाइनल तक पहुंचाया. इसके बाद, टी20 विश्व कप 2024 में रोहित ने टीम को खिताबी जीत दिलाई और भारत ने 17 साल का खिताबी सूखा खत्म किया.
क्या बोले राहुल द्रविड़
एक इंटरव्यू में बोलते हुए राहुल द्रविड़ ने बताया कि जब वे कोच बने, तब उन्होंने और रोहित ने मिलकर इस बात पर लंबी चर्चा की थी कि भारत की सफेद गेंद क्रिकेट को किस दिशा में ले जाना है. द्रविड़ ने कहा कि उन्हें खुशी है कि रोहित की कप्तानी में भारत ने उसी दिशा में कदम बढ़ाया.
उन्होंने कहा, 'जब मैं कोच बना, तब मेरी और रोहित की बातचीत का मुख्य विषय यही था कि हमें क्रिकेट को ज्यादा आक्रामक तरीके से खेलना होगा. हमने शुरुआत से ही ऐसा करना शुरू किया, क्योंकि हमें पता था कि खेल की दिशा अब बदल रही है और इस सोच को लागू करने का श्रेय रोहित को जाता है.'
उन्होंने आगे कहा, 'टीम को एक नई दिशा में ले जाना, ज्यादा आक्रामक और सकारात्मक ढंग से खेलना. यही हमारी सोच थी. और मुझे खुशी है कि हम उसी दिशा में आगे बढ़े. अब मुझे लगता है कि भारत टी20 क्रिकेट की परिभाषा ही बदल रहा है.'
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टी20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से 2024 विश्व कप के बाद और टेस्ट क्रिकेट से 2025 में संन्यास लेने के बाद, रोहित शर्मा ने वनडे में अपनी भूमिका को थोड़ा बदला है. अब वे पहले की तरह शुरुआत से आक्रामक बल्लेबाजी करने के बजाय, रन संचित करने वाले बल्लेबाज की भूमिका निभा रहे हैं.
ऑस्ट्रेलिया में हुई वनडे सीरीज के दूसरे और तीसरे मैच में रोहित ने पहले अपनी पारी को जमाया और फिर बड़े शॉट्स लगाए. उन्होंने इन मुकाबलों में क्रमशः 73 और नाबाद 121 रन बनाए. इस प्रदर्शन के बाद रोहित शर्मा आईसीसी वनडे रैंकिंग में शीर्ष स्थान पर पहुंच गए. रोहित अब अगले महीने नवंबर में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ वनडे सीरीज में एक्शन में नजर आएंगे.