वक्त बड़ा बेरहम होता है. कल तक जो हरदिल अजीज थे, आज भुला दिए गए हैं. क्रिकेट की दुनिया में भी ऐसा ही हुआ. स्मैशिंग सहवाग, स्टाइलिश गंभीर, जुझारू युवराज, चालाक हरभजन और शेरदिल जहीर अगले सा होने वाले वर्ल्ड कप में खेलते नहीं दिखाई देंगे, उनके करियर का अंत हो गया है.
बीसीसीआई चयन समिति ने 30 संभावित खिलाड़ियों में उनकी जगह नए खिलाड़ियों को देने का सही फैसला किया है . अब ये खिलाड़ी भारतीय टीम में शामिल होने का अपना सपना कभी पूरा नहीं कर पाएंगे.
क्रिकेट प्रेमियों को ज्यादा दुख मुल्तान के सुल्तान की विदाई का होगा जिनके बल्ले ने कई जलवे दिखाए और जिनका स्ट्राइक रेट 100 से भी ज्यादा है. चाहे कोई भी गेंदबाज हो, सहवाग के बल्ले के सामने छोटा पड़ जाता था. खेलने का उनका अपना अंदाज था और अपनी शैली. उन्होंने कभी झुककर नहीं खेला. लेकिन फॉर्म में वे नहीं रहे. पिछले पांच घरेलू मैचों में उनके निराशाजनक प्रदर्शन ने यह जता दिया कि अब उनका वक्त खत्म हो चुका है.
और वर्ल्ड कप जिताने में अहम भूमिका निभाने वाले युवी? भला कौन उनके योगदान को भुला सकता है. उनकी संयत गेंदबाजी और स्मैशिंग बल्लेबाजी ने भारत को वर्ल्ड कप जिताया था, इसमें दो राय नहीं. जानलेवा बीमारी से लौटे युवराज से काफी उम्मीदें थीं लेकिन वे थक से गए थे और अब टीम से बाहर हैं. उनके बल्ले ने उनका साथ नहीं दिया.
गौतम गंभीर से भी काफी उम्मीदें थीं लेकिन दिल्ली के इस स्टार बल्लेबाज के बल्ले की वह पुरानी चमक देखने को नहीं मिली. ऐसा लगा कि वह फॉर्म से जूझ रहे हैं. पिछले वर्ल्ड कप फाइनल में उन्होंने जो जलवा दिखाया था, वह बरसों तक भुलाया नहीं जा सकेगा.
हरभजन काफी समय से चल नहीं पा रहे थे और ज़हीर ज्यादा समय अपनी चोटों से मुक्त नहीं हो पा रहे थे. इन दोनों के करियर की समाप्ति की इबारत तो काफी समय से लिखी जा रही थी. अब दोनों ही बाहर हैं.
लेकिन भारतीय टीम में अभी 30 उत्साही और जुझारू खिलाड़ी हैं जो कुछ कर दिखाने को बेताब हैं. उनमें से ही उस टीम का चुनाव होगा जो भारत की ओर से वर्ल्ड कप में खेलेगी.