मध्य प्रेदश का ग्वालियर शहर 3 साल बाद भारतीय टीम की मेजबानी कर रहा था. कैप्टन रूप सिंह स्टेडियम में भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच 3 वनडे मुकाबलों की सीरीज के दूसरे मैच की तैयारियां चल रही थीं. साथ ही भारत में अपने फैंस के लिए क्रिकेट में लगभग भगवान की श्रेणी में शामिल हो चुके सचिन तेंदुलकर इस मुकाबले को ऐतिहासिक बनाने की तैयारी कर रहे थे. स्टेडियम में मौजूद दर्शकों ने सोचा न होगा कि वे अपनी आंखों के सामने एक इतिहास बनता देखेंगे. 12 साल पहले आज ही के दिन (24 फरवरी) सचिन ने क्रिकेट की दुनिया को वनडे इंटरनेशनल में पहले दोहरे शतक का तोहफा दिया था.
जब धोनी के चौकों-छक्कों से खुश नहीं थी क्राउड
भारतीय पारी का आखिरी ओवर चल रहा था, सचिन तेंदुलकर 198, 199 के फेर में ही फंसे हुए थे, महेंद्र सिंह धोनी लगातार चौके-छक्के निकाल रहे थे,स लेकिन उस वक्त उन्हें कोई चियर नहीं कर रहा था. सभी की निगाहें नॉन-स्ट्राइकरसचिन तेंदुलकर पर थी. धोनी ने जब सचिन को आखिरी ओवर में स्ट्राइक दी तो क्राउड उस वक्त शोरशराबे में जुट गया. ओवर की तीसरी गेंद थी, चार्ल लैंगलवेल्ट ने ऑफ स्टंप के बाहर ब्लॉकहोल पर फेंकी और जैसे ही सचिन को खुद को गेंद के पास ले जाकर उसे थर्ड मैन की तरफ दिशा दी... वह लम्हा शायद ही कोई क्रिकेट फैन भूल पाया हो,
🗓️ #OnThisDay in 2010
— BCCI (@BCCI) February 24, 2022
The legendary @sachin_rt etched his name in the record books as he became the first batter to score a double ton in ODIs (Men's). 🔝 👏 👍 🙌
Let's relive that special knock from the batting maestro 🎥 🔽https://t.co/i9vCBxzhA6 pic.twitter.com/1LRbuYVe8K
सचिन का एक रन और पूरा देश झूम उठा
मास्टर ब्लास्टर के एक टच और एक सिंगल ने पूरे देश को खुशी से झुमा दिया था. वह क्रिकेट इतिहास में 50 ओवरों के खेल में दोहरा शतक बनाने में पहले बल्लेबाज थे. खैर ऐसे कई रिकॉर्ड हैं जो सचिन ने अपने नाम किए थे लेकिन 36 साल की उम्र में बतौर ओपनर उतरते हुए पूरे 50 ओवर बल्लेबाजी के लिए डटे रहना आसान नहीं होता है. उस वक्त बल्लेबाजों के लिए 150 रनों से आगे बढ़ना भी मुश्किल माना जाता था, सचिन ने उससे और आगे निकलते हुए 200 का आंकड़ा छुआ था.
कई क्रिकेट विद्वानों ने इसकी संभावना भी जताई था, उस वक्त कुछ खिलाड़ी 200 के पास तक पहुंचे, लेकिन 200 नहीं कर पाए, सभी ने इस रिकॉर्ड को तोड़ने के लिए सचिन का नाम सबसे आगे रखा था. सचिन उस दिन उन सभी संभावनओं को सच करने के लिए ही उतरे थे. उन्होंने अपनी इस ऐतिहासिक पारी में लगभग 4 घंटे लगातार बल्लेबाजी की और 147 गेंदों में 25 चौके और 3 छक्के की मदद से 200 रन बनाए थे.
... सचिन के बाद लगी 200 की झड़ी
हालांकि सचिन के 200 रन का आंकड़े के बाद कई खिलाड़ियों ने इसे भी पार किया. भारतीय टीम के मौजूदा कप्तान रोहित शर्मा ने 3 बार वनडे क्रिकेट में दोहरा शतक लगाया है. वहीं, क्रिस गेल, वीरेंद्र सहवाग, मार्टिन गुप्टिल और फखर जमां वनडे क्रिकेट में दोहरा शतक लगा चुके हैं. सचिन की इस पारी की बदौलत टीम इंडिया ने दक्षिण अफ्रीका को इस मुकाबले में 153 रनों से मात दी थी. भारतीय टीम ने अपने 50 ओवरों में 3 विकेट खोकर 401 रन बनाए थे, वहीं दक्षिण अफ्रीकी टीम 248 रनों पर सिमट गई थी.
इस पारी के बाद जब सचिन तेंदुलकर वापस ड्रेसिंग रूम की तरफ जा रहे थे तो कमेंट्री के लिए कैप्टन रूप सिंह स्टेडियम में मौजूद महान सलामी बल्लेबाज सुनील गावस्कर ने सचिन का स्वागत झुककर किया. गावस्कर की यह भावना ही सचिन की इस पारी की महत्ता को पूरी तरह से समझा देती है.