एशिया कप में रविवार को भारत और पाकिस्तान के बीच फाइनल मुकाबला खेला जाना है. इस महामुकाबले में प्लेइंग इलेवन को लेकर तमाम तरह की अटकलें हैं. कहा जा रहा है कि अर्शदीप सिंह को फाइनल मैच में प्लेइंग इलेवन का हिस्सा होना चाहिए. दरअसल, एशिया कप के पहले मैच में जब भारत ने यूएई के खिलाफ अर्शदीप सिंह को बाहर बैठाकर शिवम दुबे को खिलाया तो यह बड़ा चौंकाने वाला फैसला था. गौतम गंभीर के नेतृत्व वाले थिंक टैंक ने बल्लेबाज़ी को लंबा करने के लिए भारत के प्रमुख विकेट-टेकर को ही बाहर कर दिया, जो इस फॉर्मेट में भारत के सर्वाधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज़ भी हैं.
अर्शदीप सिंह की डेथ बॉलिंग मास्टरक्लास
हालांकि, शुक्रवार रात अर्शदीप ने दिखा दिया कि भारत ने उन्हें लगातार खिलाकर कितना बड़ा हथियार मिस किया है. श्रीलंका के खिलाफ डेथ ओवरों में उनकी गेंदबाज़ी मास्टरक्लास साबित हुई और भारत फाइनल में अजेय रहते हुए पहुंचा.
पावरप्ले में अपने पहले दो ओवरों में 26 रन लुटाने के बाद उन्होंने जबरदस्त वापसी की. भारत पूरे टूर्नामेंट में डेथ ओवरों में सबसे महंगे साबित हो रहा था, लेकिन अर्शदीप ने श्रीलंकाई बल्लेबाज़ों को चौकन्ना कर दिया. 17वां और 19वां ओवर उन्होंने क्रमशः 9 और 11 रन देकर एक विकेट निकाला. उनकी वाइड-लाइन यॉर्कर रणनीति ने श्रीलंकाई बल्लेबाज़ों पर दबाव बना दिया.
सूर्यकुमार यादव ने सुपर ओवर में अर्शदीप को गेंद थमाई और उन्होंने सिर्फ दो रन देकर दो विकेट चटका दिए. चार गेंदों में ही मैच खत्म कर दिया और भारत को जीत दिला दी.
पाकिस्तान के खिलाफ अर्शदीप का महत्व
पूर्व भारतीय ऑलराउंडर इरफान पठान ने भी अर्शदीप की तारीफ करते हुए कहा कि उन्हें टीम में होना ही चाहिए. अभी तक भारत बुमराह से पावरप्ले में तीन ओवर करा रहा है, जिससे हार्दिक पंड्या को डेथ ओवरों में गेंदबाज़ी करनी पड़ रही है. लेकिन अगर अर्शदीप टीम में होते हैं तो बुमराह-अर्शदीप की जोड़ी डेथ ओवरों में विपक्षी को पूरी तरह चोक कर सकती है.
भारत के पास अर्शदीप, बुमराह, पंड्या, कुलदीप यादव, वरुण चक्रवर्ती और अक्षर पटेल जैसे विकल्प होंगे. बल्लेबाज़ी की गहराई के लिए शिवम दुबे को खिलाया जा रहा है, लेकिन श्रीलंका मैच ने दिखा दिया कि उनके बिना भी भारत ने सबसे बड़ा स्कोर बनाया और गेंदबाज़ी में अर्शदीप “सोने पर सुहागा” साबित हुए.
पठान ने बताई अर्शदीप की जरूरत
इरफान पठान बोले, दबाव के समय वो खुद गेंद मांगते हैं और यॉर्कर डालते हैं. बुमराह के साथ मिलकर वो डबल खतरा बन जाते हैं. मैं पहले दिन से कह रहा हूं कि उन्हें हर हाल में प्लेइंग XI में होना चाहिए. कई बार आपको दोनों सिरों से यॉर्कर चाहिए होते हैं और ऐसे हालात में अर्शदीप का कोई विकल्प नहीं है.