गुरु को नव ग्रहों में सबसे अधिक शुभ ग्रह माना गया है. जीवन के हर क्षेत्र में सफलता के पीछे गुरु ग्रह की स्थिति बेहद महत्वपूर्ण मानी जाती है. कुंडली में अगर गुरु मजबूत हो तो सफलता का कदम चूमना बिल्कुल तय है.
लेकिन आज से गुरु की स्थिति बदल रही है. मंगलवार 10 अक्टूबर को गुरु सुबह 6.28 पर अस्त 28 दिनों के लिए हो जाएंगे और आगे 7 नवंबर को उदय होंगे. गुरु को सूर्य ही अस्त कर रहे हैं.
इस दौरान कोई भी शुभ कार्य नहीं होगा. खासतौर से शादी से संबंधित चीजें नहीं होंगी.
गुरु ग्रह दरअसल कन्याओं और महिलाओं का भला करने वाला ग्रह माना जाता है. इसलिए इससे सबसे ज्यादा महिलाएं प्रभावित होंगी. इस अवधि को कन्याओं या महिला के लिए शुभ समय नहीं माना जाता है. उनकी पति, संतान और धन की स्थिति अच्छी नहीं होगी.
इसके साथ ही वो लोग भी प्रभावित होंगे, जिनकी कुंडली में गुरु कमजोर हैं.
- हल्दी की गांठ पीले धागे और पीले कपड़े में बांधकर गले में पहने.
- हल्दी जल से मुहं धोएं.
- मां लक्ष्मी और विष्णु जी को केला चढ़ाएं.
1. नौकरी में धन की आने वाली अड़चन दूर हो सोना या पीतल धारण करें.
2. गुरुवार को पीले वस्त्र विष्णु जी पर चढ़ाएं
3. गुरुवार पंडित जी को गुड़ खिलाकर आर्शीवाद लें.
28 दिन नहीं होंगे ये काम
28 दिन गुरु अस्त रहेंगे. इस दौरान शादी या शुभ काम नहीं होंगे. लड़के-लड़की की शादी नहीं होगी. बातचीत शुरू करने में भी अड़चन आ सकती है.
सफेद गाय को गुड़ खिलाएं.
पशु-पक्षियों को पके पीले चावल खिलाएं. सब जोड़े में हो तो अच्छा होगा.
नव विवाहित स्त्री पुरुष को पीले वस्त्र उपहार दें.
गुरुवार को मां लक्ष्मी और विष्णु जी को पीले वस्त्र और लड्डू चढ़ाएं.