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Shani Sade Sati 2026: इस राशि पर रहेगा साल 2026 में साढ़ेसाती का अशुभ प्रभाव! कष्टदायी रहेगा चरण, रहना होगा 2027 तक सावधान

Shani Sade Sati 2026: साल 2026 में इस एक राशि पर शनि की साढ़ेसाती का चुनौतीपूर्ण चरण शुरू होगा. इस दौरान करियर, स्वास्थ्य और आर्थिक स्थिति में उतार-चढ़ाव आ सकता है. तो आइए जानते हैं कि कौन सी वो राशि है, जिसको अगले 2 साल तक सावधान रहने की सलाह दी जा रही है.

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 साल 2026 में शनि की साढ़ेसाती से इन एक राशि को होगा सबसे ज्यादा कष्ट (Photo: Pixabay)
साल 2026 में शनि की साढ़ेसाती से इन एक राशि को होगा सबसे ज्यादा कष्ट (Photo: Pixabay)

Shani Sade Sati 2026: ज्योतिष शास्त्र के अनुसार शनि की साढ़ेसाती कुल तीन चरणों में पूर्ण होती है, जिसमें दूसरा चरण सबसे ज्यादा कष्टदायी माना जाता है. शनि गोचर करते समय जिस राशि में प्रवेश करते हैं, उसी राशि पर उनका प्रभाव सबसे गहरा होता है. शनि की साढ़ेसाती को जीवन की कठिनतम अवधि में से एक माना जाता है, क्योंकि इस दौरान शनि व्यक्ति के संयम, कर्म और मानसिक मजबूती की कड़ी परीक्षा लेते हैं. साथ ही, शनि उस विशेष राशि को कर्मों के अनुसार शुभ या अशुभ फल प्रदान करते हैं. 

साल 2026 में मीन राशि वालों के लिए साढ़ेसाती का सबसे चुनौतीपूर्ण चरण चलने वाला है. इस समय करियर से जुड़ी परेशानियां, सेहत में उतार-चढ़ाव और आर्थिक दबाव देखने को मिल सकता है. ऐसे में मीन राशि के जातकों को कामकाज, स्वास्थ्य और पैसे तीनों ही मामलों में सतर्कता बरतने की जरूरत होगी. आपको बता दें कि मीन राशि पर शनि की साढ़ेसाती 29 अप्रैल 2022 से शुरू हुई थी, जिसका दूसरा चरण 29 मार्च 2025 से शुरू होकर 03 जून 2027 तक रहेगा. लेकिन, मीन राशि पर शनि की साढ़ेसाती 8 अगस्त 2029 को समाप्त होगी, जब शनि मेष राशि में प्रवेश करेंगे. 

मीन राशि पर साल 2026 में रहेगा सबसे कष्टदायी चरण

नए साल में मीन राशि के जातकों पर शनि की साढ़ेसाती का सबसे कठिन दौर रहने वाला है, जिसके चलते कई तरह की चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है. कामकाज में अड़चनें आएंगी और कई कार्य समय पर पूरे नहीं हो पाएंगे. मेहनत तो अधिक करनी पड़ेगी, लेकिन उसके अनुसार परिणाम नहीं मिलेंगे, जिससे निराशा बढ़ सकती है. ऐसे समय में धैर्य और संयम बनाए रखना बेहद जरूरी होगा. 

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बातचीत में कटु शब्द नुकसान का कारण बन सकते हैं, इसलिए वाणी में मधुरता रखना जरूरी है. कार्यस्थल पर वरिष्ठ अधिकारियों से मतभेद की स्थिति बन सकती है. ऑफिस की राजनीति मानसिक तनाव बढ़ा सकती है. कुछ लोग नौकरी बदलने का विचार कर सकते हैं, लेकिन बिना सोच-विचार के लिया गया फैसला नुकसानदेह साबित हो सकता है. 

साढ़ेसाती में क्या सावधानी बरतें

- धैर्य और संयम बनाए रखें
इस समय जल्दबाजी, गुस्सा और आवेश में लिए गए फैसले नुकसान पहुंचा सकते हैं.  हर काम सोच-समझकर करें. 

- वाणी पर नियंत्रण रखें
कठोर या कटु वाणी से रिश्ते बिगड़ सकते हैं.  घर और ऑफिस दोनों जगह मधुर भाषा का प्रयोग करें. 

- ईमानदारी से कर्म करें
शनि कर्मों के फलदाता हैं.  गलत रास्ता, शॉर्टकट या अनैतिक कार्य से दूर रहें. 

- खर्चो पर नियंत्रण रखें
अनावश्यक खर्च बढ़ सकता है, इसलिए बजट बनाकर चलें और उधार देने-लेने से बचें. 

साढ़ेसाती के उपाय

- हर शनिवार 'ऊं शं शनैश्चराय नमः' का नियमित जाप करें. साथ ही, शनि देव की पूजा भी करें.
- इसके अलावा, हर शनिवार को सरसों के तेल का दीपक जलाएं और काले वस्त्र का दान करें. 

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