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New Year 2026 Rashifal: नए साल 2026 में इन 3 राशियों पर रहेगी साढ़ेसाती, पड़ेगा बुरा प्रभाव, करें ये उपाय

New Year 2026 Rashifal: साल 2026 में शनि मीन राशि में गोचर करेंगे, जिससे मीन, कुंभ और मेष राशि पर साढ़ेसाती का प्रभाव रहेगा जबकि सिंह और धनु राशि पर ढैय्या का असर होगा. लेकिन क्या इन राशियों को साल 2026 में उतार-चढ़ाव का सामना करना पड़ सकता है. आइए जानते हैं.

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साल 2026 में इन राशियों पर रहेगी शनि की साढ़ेसाती (Photo: Pixabay)
साल 2026 में इन राशियों पर रहेगी शनि की साढ़ेसाती (Photo: Pixabay)

Shani Sade Sati 2026: वैदिक ज्योतिष में शनि को कर्मों का फल देने वाला और न्याय का प्रतीक ग्रह माना जाता है. शनि जब किसी एक राशि में लंबे समय तक विराजमान रहते हैं, तो उसका प्रभाव केवल भाग्य पर ही नहीं, बल्कि व्यक्ति के स्वभाव, निर्णय और जीवन की दिशा पर भी साफ नजर आता है. साल 2026 शनि के दृष्टिकोण से इसलिए बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है, क्योंकि इस पूरे वर्ष शनि मीन राशि में गोचर करेंगे. इसी एक गोचर के कारण कुछ राशियों पर साढ़ेसाती का दबाव बना रहेगा, जबकि कुछ राशियां ढैय्या के प्रभाव में रहेंगी.

ज्योतिषीय गणनाओं के अनुसार, 2026 में मीन, कुंभ और मेष राशि पर शनि की साढ़ेसाती का असर रहेगा, वहीं सिंह और धनु राशि वालों को पूरे साल ढैय्या का सामना करना पड़ सकता है. स्थिति को और संवेदनशील बनाने वाला संयोग यह है कि कुंभ राशि में राहु और सिंह राशि में केतु का गोचर भी साथ-साथ चल रहा होगा, जिससे शनि का प्रभाव कुछ राशियों के लिए और तीखा हो सकता है. इसका असर करियर, धन, सेहत और पारिवारिक जीवन में उतार-चढ़ाव के रूप में देखने को मिल सकता है.

इतना ही नहीं, 2027 में शनि के मेष राशि में प्रवेश करते ही वृषभ राशि की साढ़ेसाती की शुरुआत भी हो जाएगी. ऐसे में 2026 का साल न सिर्फ प्रभावित राशियों के लिए सावधानी का समय है, बल्कि आने वाले बदलावों के लिए खुद को तैयार करने का भी अवसर है. तो आइए जानते हैं कि साल 2026 में शनि की साढ़ेसाती किन राशियों को प्रभावित करेगी और इन कठिन प्रभावों से राहत पाने के लिए कौन-से उपाय अपनाना लाभकारी रहेगा.

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इन राशियों पर रहेगी शनि की साढ़ेसाती

मेष

साल 2026 में मेष राशि वालों के लिए शनि की साढ़ेसाती का पहला चरण प्रभावी रहेगा. यह समय जीवन में नई चुनौतियां लेकर आ सकता है, जहां खासतौर पर कामकाज और व्यापार से जुड़े मामलों में रुकावटें महसूस हो सकती हैं. कई बार अपने ही लोगों से मतभेद या गलतफहमियां बढ़ सकती हैं. जिम्मेदारियां पहले से अधिक बढ़ सकती हैं. हालांकि, इस पूरे दौर में ऐसा भी नहीं है कि सब कुछ नकारात्मक ही रहेगा, बीच-बीच में मेहनत का फल और कुछ लाभ के अवसर भी मिलते रहेंगे. रोजाना श्रद्धा और नियम के साथ शनिदेव के मंत्र- 'ऊं प्रां प्रीं प्रौं सः शनैश्चराय नमः' का जाप करें.

कुंभ

कुंभ राशि वालों के लिए साल 2026 शनि की साढ़ेसाती के अंतिम चरण का समय रहेगा. इसे उतरता हुआ दौर माना जाता है, इसलिए लंबे समय से चली आ रही परेशानियों में धीरे-धीरे कमी आने लगेगी. हालांकि राहु का आपकी राशि में गोचर रहने से पारिवारिक और कामकाजी जीवन में उतार-चढ़ाव बना रह सकता है. फिर भी रजत पाया के प्रभाव से अटके काम आगे बढ़ेंगे. मेहनत का फल मिलने लगेगा. आर्थिक स्थिति भी सामान्य से ठीक रहने की संभावना है. मंगलवार और शनिवार को हनुमान चालीसा का पाठ करें.

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मीन

मीन राशि के जातकों के लिए साल 2026 शनि साढ़ेसाती के शुरुआती चरण रहेगा. यह दौर मानसिक दबाव और जिम्मेदारियों को बढ़ाने वाला हो सकता है. स्वर्ण पाया के प्रभाव से जहां कमाई के मौके मिलेंगे, वहीं खर्च भी तेजी से बढ़ सकते हैं, जिससे आर्थिक संतुलन बनाना चुनौतीपूर्ण रहेगा. इस साल मेहनत अधिक करनी पड़ सकती है. उतार-चढ़ाव भी रहेंगे. स्वास्थ्य को लेकर लापरवाही न करें, क्योंकि छोटी-छोटी समस्याएं परेशान कर सकती हैं. कुल मिलाकर यह वर्ष संघर्ष के साथ सीख देने वाला रहेगा. रोजाना नियमित रूप से सूर्य देव को जल अर्पित करें. 

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