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साइंस में मास्टर, फौज की नौकरी और क्राइम का ठेका... गोगामेड़ी के हत्यारों की हिस्ट्री

सुखदेव सिंह गोगामीड़ा हत्याकांड के बाद शनिवार को पुलिस ने एक आरोपी को अरेस्ट किया. इसका नाम है रामवीर. पुलिस ने इसे इसके घर से अरेस्ट किया है. ये वही शख्स है जिसने नितिन के लिए जयपुर में सभी इंतजाम किए थे. इस वारदात को गैंगस्टर रोहित गोदारा से जुड़े हमलावरों ने अंजाम दिया. शूटरों की पहचान रोहित राठौर और नितिन फौजी के रूप में हुई.

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सुखदेव सिंह गोगामेड़ी हत्याकांड.
सुखदेव सिंह गोगामेड़ी हत्याकांड.

5 दिसंबर को पिंक सिटी 'जयपुर' के श्याम नगर इलाके का एक घर खून के छीटों से लाल हो गया. ये घर था राष्ट्रीय राजपूत सेना के अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी का. घर में घुसे शूटर्स ने उन्हें गोलियों से छलनी कर दिया था. गोलियों की गंध तो कुछ देर बाद हवा में घुल गई. मगर, गोगामेड़ी का खून देखकर लोगों का खून खौल गया.

जिस किसी ने भी हत्या की खबर सुनी, उसकी पेशानी पर पड़े बल ये बता रहे थे कि कानों का सुना शायद बे-यकीनी है. पर ऐसा नहीं था. कुछ ही पल बाद सीसीटीवी फुटेज भी सामने आ गया. जो कि कत्ल की तस्दीक कर रहा था. इस खूनी साजिश को पिंक सिटी से करीब 5 सौ किलोमीटर दूर बठिंडा सेंट्रल जेल में रच गया और हत्या करने की जिम्मेदारी गैंगस्टर रोहित गोदारा के हमलावरों को दी गई. 

नितिन का मददगार रामवीर अरेस्ट

प्लान के तहत शूटर रोहित राठौर और नितिन फौजी ने वारदात को अंजाम दिया. रोहित नागौर के मकराना और नितिन हरियाणा के महेंद्रगढ़ का रहने वाला है. इस हत्याकांड के बाद शनिवार को पुलिस ने एक आरोपी को अरेस्ट किया. इसका नाम है रामवीर. पुलिस ने इसे इसके घर से अरेस्ट किया है. ये वही शख्स है जिसने नितिन के लिए जयपुर में सभी इंतजाम किए थे.

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कॉलेज फ्रेंड रहे हैं रामवीर-नितिन

रामवीर महेंद्रगढ़ के गांव सुरेती पिलानियां का रहने वाला है. वो नितिन का कॉलेज फ्रेंड रहे हैं. दोनों ने बारहवीं की पढ़ाई एक ही कॉलेज से की है. बारहवीं के बाद साल 2019-20 में नितिन भारतीय सेना में भर्ती हो गया. इस दौरान रामवीर बीएससी कर चुका था. इसके बाद उसने साल 2021 में जयपुर से एमएससी में एडमिशन लिया. अप्रैल 2023 में एमएससी की परीक्षा देने के बाद वो गांव चला. इसी दौरान नितिन छुट्टी पर आया था.

नितिन ने 9 नवंबर को किया पुलिस पर हमला

गोगामेड़ी हत्याकांड से सुर्खियों में आए नितिन फौजी ने अपराध में पहले ही कदम रख दिए थे. इसकी एक बागनी महेंद्रगढ़ में तब देखने को मिली थी जब एक महीने पहले यानी कि 9 नवंबर को उसने थाना पुलिस पर फायरिंग की थी. इस वारदात में वो अकेला नहीं बल्कि उसके अन्य साथी भी थे. इस वारदात के बाद वो फरार हो गया था.

19 नवंबर को रामवीर को जयपुर भेजा

इस घटना के दस दिन बाद यानी कि 19 नवंबर को उसने रामवीर को जयपुर भेजा. जहां उसने नितिन के लिए होटल और अपने जानने वाले के फ्लैट में रुकने की व्यवस्था की थी. इसके बाद 5 दिसंबर को हुई घटना से राजस्थान ही नहीं देश में आक्रोश फैला हुआ है. रामवीर की गिरफ्तारी के बाद ये संभावना जताई जा रही है कि गोगामेड़ी हत्याकांड में कई बड़े खुलासे हो सकते हैं.

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