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जयपुर में जर्जर मकान ढहा, बहू को बचाने दौड़ी सास की मौत, 2 बच्चों ने भागकर बचाई ली अपनी जान

Jaipur News: 12 दिन पहले एक हवेली गिरने से बाप-बेटी की मौत हो चुकी है. इसके बाद नगर निगम ने 48 जर्जर इमारतों की पहचान की थी, जिसमें किशनपोल की 8 बिल्डिंगें सील की गईं.

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ढहते मकान से 2 बच्चों ने भागकर अपनी जान बचाई.(Photo:ITG)
ढहते मकान से 2 बच्चों ने भागकर अपनी जान बचाई.(Photo:ITG)

Rajasthan News: जयपुर के पुराने शहर में गुरुवार सुबह बड़ा हादसा हो गया, जहां झिलाई हाउस में एक जर्जर मकान अचानक ढह गया. हादसे में 2 महिलाएं मलबे में दब गईं, जिसमें एक बुजुर्ग महिला की दर्दनाक मौत हो गई और एक महिला घायल हो गई. घटना के दौरान दो बच्चों ने भाग कर अपनी जान बचाई.

सुभाष चौक थाना इलाके की यह घटना है. गुरुवार सुबह करीब 7 बजे एकाएक जर्जर मकान ढहने लगा. यह देख खेल रहे दो बच्चे घर से बाहर भागे, लेकिन बच्चों की मां सुनीता मलबे में दब गई. 

बहू सुनीता को बचाने 60 वर्षीय बुजुर्ग धन्नीबाई गई, लेकिन उस पर भी मलबा गिरने से वो दब गई. मलबे के नीचे दबने से सास धन्नीबाई की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि बहू सुनीता गंभीर रूप से घायल हुई. सुनीता के पैर में फ्रैक्चर आया है और उन्हें सवाई मानसिंह अस्पताल में भर्ती कराया गया है.

बता दें कि इसी इलाके में करीब 12 दिन पहले भी एक हवेली ढह गई थी. उस हादसे में बाप-बेटी की मौत हो गई थी. जिसके बाद नगर-निगम ने जयपुर में 48 जर्जर मकान-हवेलियों की पहचान की थी. 

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इनमें किशनपोल क्षेत्र की 8 बिल्डिंगों को सील भी किया गया था, इसके बावजूद 15 दिन में दो हादसे होने और 3 मौतें होने से निगम की लापरवाही उजागर हो रही है. मौके पर मौजूद लोगों ने नगर निगम को हादसे का जिम्मेदार ठहराया है.

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