अजमेर के राजकीय जवाहरलाल नेहरू (जेएलएन) चिकित्सालय में इस वर्ष विजयदशमी के अवसर पर एक नवाचार देखा गया. जहां रावण के पुतले के साथ तंबाकू उत्पाद भी जलाए गए. इस अनूठी पहल ने अस्पताल परिसर में तंबाकू निषेध के प्रति जागरूकता बढ़ाने का संदेश दिया.
अस्पताल के अधीक्षक डॉ. अरविंद खरे ने बताया कि तंबाकू उत्पादों का सेवन स्वास्थ्य के लिए बेहद हानिकारक है और इस बुराई को समाज से खत्म करने के लिए जागरूकता जरूरी है. अस्पताल में लंबे समय से जब्त किए गए तंबाकू उत्पादों को इस मौके पर रावण के साथ जलाया गया.
विजदशमी पर रावण के साथ जलाए तंबाकू उत्पाद
अजमेर की जिला पुलिस अधीक्षक वंदिता राणा ने अस्पताल के इस नवाचार की तारीफ करते हुए इसे तंबाकू के खिलाफ जागरूकता फैलाने का एक बेहतरीन कदम बताया. आयोजन में डॉ. लक्ष्मण सिंह चारण ने अपनी कविता के माध्यम से तंबाकू से होने वाले खतरों पर प्रकाश डाला.
तंबाकू का उपयोग न करने की ली शपथ
अस्पताल के इस आयोजन में उपाधीक्षक डॉ. अमित यादव, डॉ. मनीराम, डॉ. मयंक श्रीवास्तव, डॉ. दिग्विजय सहित अस्पताल के डॉक्टर्स और स्टाफ सदस्यों ने भी हिस्सा लिया और तंबाकू का उपयोग न करने की शपथ ली. अस्पताल में पहले से ही तंबाकू उत्पादों पर कड़ी पाबंदी है, जहां आने वाले मरीजों और उनके परिजनों की जांच के बाद प्रवेश दिया जाता है.