घर से हजारों किलोमीटर दूर, दीपावली के दिन भी, भारतीय सीमा पर तैनात जवानों का जोश और उत्साह देखने लायक है. ये जवान हमारी सुरक्षा के लिए सरहदों पर तैनात रहते हैं, घर की यादें और उनका परिवार उनके दिल में बसे रहते हैं. ये जवान हमारे देश की शान हैं, और उनका बलिदान हमेशा हमारे दिलों में बसा रहेगा. दिवाली के दिन भी, उनका जीना-मरना और अनुत्तरित संघर्ष जारी है. वे न केवल बॉर्डर की रक्षा कर रहे हैं, बल्कि वहाँ रहने वाले लोगों की सुख दुख की भी साथी बने हुए हैं. फौज के डॉक्टर दिवाली के दिन भी सेवा में उपस्थित रहते हैं. इस खबर को देखकर हमें अपने जवानों के प्रति सम्मान और गर्व महसूस होता है.