नवरात्रि के नवे दिन दुर्गा के श्री सिद्धिदात्री की पूजा की जाती है. यह सभी प्रकार की सिद्धियों को प्रदान करती हैं इसीलिए सिद्धिदात्री कहलाती हैं. इस दिन चित्त को मध्य कपाल में स्थिर कर अपनी साधना करनी चाहिए.