मध्य प्रदेश के सिवनी में 1.45 करोड़ की लूट के मामले में हवाला कारोबारियों के खिलाफ पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है. वहीं लूट की आरोपी SDOP और टीआई समेत 11 पुलिस अधिकारियों-कर्मचारियों पर अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है.
लखनवाड़ा थाने में संगठित अपराध की धारा 112 (2), 3 (5) के तहत 11 अक्टूबर सोहन परमार, इरफान पठान और शेख मुख्तार के खिलाफ 11 अक्टूबर को ही मामला दर्ज कर लिया गया था जिसकी जानकारी अभी सामने आई है.
एफआईआर के मुताबिक, पुलिस को अवैध रकम और मादक पदार्थ जबलपुर से नागपुर ले जाए जाने की सूचना मिली थी जिसके बाद चेकिंग के दौरान MH13 EK 3430 नंबर की क्रेटा गाड़ी में 1.45 करोड़ बरामद हुए और इसी दौरान मौके से आरोपी भाग गए.
एफआईआर के मुताबिक, SDOP पूजा पांडे और टीआई अर्पित भैराम ने 10 अक्टूबर को जब्त रकम कोतवाली मालखाने में जमा करा दी. जब्त रकम को जुआ या सट्टे की रकम बताया गया है.
इस मामले की जांच के लिए जबलपुर रेंज के आईजी प्रमोद वर्मा और डीआईजी राकेश सिंह भी सिवनी पहुंचे, कंट्रोल रूम में आला अधिकारियों की बैठक काफी देर तक चलती रही इसी दौरान आरोपी निलंबित SDOP पूजा पांडे भी आईजी के सामने पेश हुईं.
FIR और जांच में गलतियां: IG वर्मा
आईजी प्रमोद वर्मा ने कहा कि इस मामले में जिस भी अधिकारी-कर्मचारी की संलिप्तता पाई गई है, उसमें कार्रवाई की जाएगी. हवाला कारोबारियों के खिलाफ दर्ज मामले और विवेचना में त्रुटियां पाईं गईं हैं, इसीलिए मामला जबलपुर के एएसपी क्राइम जितेंद्र सिंह को सौंप दिया है.
एसपी का बयान
सिवनी एसपी सुनील मेहता ने फोन कॉल पर aajtak को बताया कि हवाला कारोबारियों से 1.25 करोड़ अवैध रकम बरामद हुई है. यह पूछे जाने पर कि आरोपी पुलिसवालों पर कब मामला दर्ज होगा? एसपी ने कहा, शुरुआती जांच होने के बाद मामला दर्ज होगा या अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी.
हवाला कारोबारियों से नहीं पटा 'सौदा'
गौरतलब है कि हवाला कारोबारियों ने 2.96 करोड़ लूट की शिकायत 9 अक्टूबर को कोतवाली थाने में की थी. हालांकि सूत्रों के मुतबिक, लूट के अगले दिन SDOP ने हवाला कारोबारियों को 1 करोड़ 51 लाख वापस करते हुए मामला रफा-दफा करने को कहा था. आरोपी पैसे लेकर वापस भी निकल गए. लेकिन रास्ते में पैसों की गिनती करने पर उसमें 25 लाख कम थे, इसीलिए वापस आए और पूरे 2.96 करोड़ लूट की ही शिकायत की.