हाल में मध्यप्रदेश के जबलपुर के मुख्य रेलवे स्टेशन पर एक वेंडर द्वारा यात्री की समोसे के बदले घड़ी उतारने का वीडियो जमकर वायरल हुआ था. इस घटना के सामने आने के बाद रेलवे प्रशासन ने वेंडर का लाइसेंस तो निरस्त कर दिया लेकिन उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई नहीं हो सकी.क्योंकि अब तक पीड़ित यात्री की को जानकारी ही नहीं लग पाई है.
इस घटना के सामने आने के बाद आरपीएफ के साथ ही जीआरपी की तरफ से भी वेंडर के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है . जीआरपी अधिकारियों के मुताबिक वेंडर का नाम संदीप गुप्ता है जो आईआरसीटीसी के द्वारा रेलवे स्टेशन पर समोसे बेचने के लिए तैनात किया गया था.
संदीप गुप्ता ने पूछताछ में बताया की ट्रेन स्टेशन पर लगने के बाद यात्री ने उससे समोसे खरीदे थे लेकिन ऑनलाइन पेमेंट ना होने की वजह से यात्री से घड़ी ली गई थी लेकिन ट्रेन चलने के बाद संदीप ने यात्री की घड़ी को ट्रेन में ही फेंक दी थई. अब इस पूरे मामले पर जीआरपी और आरपीएफ की टीम उस यात्री को तलाश कर रही है जिसके साथ यह पूरी घटना हुई थी लेकिन फिलहाल यात्री की कोई जानकारी नहीं लग पाई है. इसके बाद वेंडर संदीप गुप्ता को भी छोड़ दिया गया है हालांकि उसका लाइसेंस निरस्त हो गया है . यानी अब वह दोबारा स्टेशन पर कोई भी समान नहीं बेच पाएगा.