
मध्य प्रदेश में कांग्रेस की अंदरूनी गुटबाजी ने एक बार दोबारा पार्टी को नीचा दिखा दिया है. इस बार जिलाध्यक्ष की घोषणा होने के बाद पार्टी में अंदरूनी कलह बढ़ गई है. दिग्विजय सिंह के पुत्र और कांग्रेस विधायक जयवर्धन सिंह को गुना का जिलाध्यक्ष बनाने से नाराज कार्यकर्ताओं ने पार्टी के मुखिया का ही पुतला दहन कर दिया गया. एमपी पीसीसी अध्यक्ष जीतू पटवारी का पुतला कहीं और नहीं, बल्कि दिग्विजय सिंह के गृह नगर राघौगढ़ में दहन किया गया.
दरअसल, अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी ने मप्र कांग्रेस के जिलाध्यक्षों की लिस्ट जारी की है. इस लिस्ट में कांग्रेस नेता और तीसरी बार के विधायक जयवर्धन सिंह को जिलाध्यक्ष नियुक्त किया गया है. पार्टी हाइकमान ने जयवर्धन सिंह के हाथों में जिले की कमान सौंप दी है.
घोषणा होने के बाद जयवर्धन सिंह के समर्थक और कांग्रेसी कार्यकर्ता सड़क पर उतर आए. राघौगढ़ एवं आरोन में पीसीसी अध्यक्ष जीतू पटवारी का पुतला दहन कर दिया गया. पार्टी हाईकमान के खिलाफ नारेबाजी करते हुए विरोध प्रदर्शन किया गया.
समर्थकों का कहना है कि जयवर्धन प्रदेश स्तर के नेता हैं, पूर्व में मंत्री भी रह चुके हैं और अन्य राज्यों के प्रभारी भी रह चुके हैं, ऐसे में उन्हें एक जिले की कमान सौंपना उनके राजनीतिक कद को दबाने की कोशिश है.

जयवर्धन सिंह को मप्र कांग्रेस का अध्यक्ष नियुक्त किया जाना था, लेकिन उन्हें जिलाध्यक्ष बना दिया गया. अपने नेता के समर्थन में सड़क पर उतरकर लोगों ने नाराजगी व्यक्त की है.
हालांकि, जिलाध्यक्षों की लिस्ट जारी होने के बाद से ही पार्टी की अंदरूनी गुटबाजी खुलकर सामने आ गई है. कुछ दिन पहले गुना पहुंचे जयवर्धन सिंह और जीतू पटवारी की एक तस्वीर भी वायरल हुई थी जिसमें जीतू पटवारी विधायक जयवर्धन के कंधों पर सवार दिखाया दे रहे थे.
राजनीतिक जानकारों की मानें तो बिखरी हुई कांग्रेस को ऊर्जा देने के लिए गुना में जयवर्धन सिंह को जिलाध्यक्ष बनाया गया है. चूंकि ज्योतिरादित्य सिंधिया जैसे दिग्गज नेता गुना लोकसभा से सांसद हैं, इसलिए कांग्रेस जिलाध्यक्ष होने के नाते अब जयवर्धन सिंह का सीधा टकराव ज्योतिरादित्य सिंधिया से होगा जो उनकी राजनीतिक कुशलता को और निखारेगा. साथ ही बीजेपी के खिलाफ रणनीति बनाकर आंदोलनों को बड़ा स्वरूप देने में भी मदद मिलेगी.
आगामी 2028 में विधानसभा चुनाव होने हैं, ऐसे में यदि जयवर्धन सिंह के नेतृत्व में संस्थान मजबूत होगा तो उसका सीधा लाभ पार्टी को मिलेगा. गुना जिले में फिलहाल चार विधानसभा सीटों में से 2 पर बीजेपी और 2 पर कांग्रेस काबिज है. विश्लेषकों का दावा है कि जिलाध्यक्ष बनाने के बाद जयवर्धन सिंह संगठन को मजबूत करने के लिए सीधे तौर पर कार्यकर्ताओं से जुड़ेंगे जो पार्टी के लिए लाभदायक सिद्ध होगा.
जिलाध्यक्ष बनाए जाने के बाद जयवर्धन ने 'X' पर लिखा, ''मध्य प्रदेश कांग्रेस कमिटी के सभी नवनियुक्त जिला अध्यक्षों को हार्दिक बधाई व शुभकामनाएं! हम सब अखिल भारतीय कांग्रेस कमिटी के राष्ट्रीय अध्यक्ष आदरणीय मल्लिकार्जुन खड़गे जी एवं हमारे नेता आदरणीय राहुल गांधी जी की मंशा अनुसार ‘संगठन सृजन’ अभियान के द्वारा कांग्रेस के जिला संगठन को एक नई ताकत और ऊर्जा देने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे.''
प्रदेश कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष जीतू पटवारी ने 'X' पर लिखा, मध्यप्रदेश के सभी जिलाध्यक्षों को, मेरी तरफ से ढेर सारी बधाई/शुभकामनाएं. कांग्रेस शीर्ष नेतृत्व के मार्गदर्शन में पूर्ण हुआ संगठन सृजन अभियान मंथन/चिंतन की प्रक्रियाओं को पार करते हुए अब संगठन की जिम्मेदारियों तक आ पहुंचा है. आगे की यात्रा भी निर्णायक है! हमें जनहित के जुटे रहना है. राजनीतिक अत्याचार का विरोध करना है. युवा, किसान, दलित, आदिवासी, महिलाओं की खास चिंता करना है. हमें मिलकर जननायक आदरणीय राहुल गांधी जी के हाथ मजबूत करना है. अपने अथक परिश्रम से हर सपने को, हर संकल्प को, हर लक्ष्य को भी साकार करना है. मुझे पूर्ण विश्वास है हमारे साझा प्रयास मप्र में कांग्रेस के विचार और संस्कार को नया विस्तार देंगे. संगठन को नई और मजबूत जमीन देंगे. 2028 में मप्र को कांग्रेस की सरकार देंगे! पुनः बधाई और शुभकामनाएं...??''