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रचना उत्सव में अनामिका अंबर ने सुनाया कभी दरिया के भीतर भी समंदर जाग उठता है

रचना उत्सव में अनामिका अंबर ने सुनाया कभी दरिया के भीतर भी समंदर जाग उठता है

कभी दरिया के भीतर भी समंदर जाग उठता है, मिले सम्मान हीरे को तो पत्थर जाग उठता है.... हुनर से कद को खुद के बढ़ाना जानते हैं हम...भोपाल में इंडिया टुडे हिंदी की ओर से साहित्य वार्षिकी रचना उत्सव के दौरान अनामिका जैन अंबर ने 'गीत संध्या' कार्यक्रम में अपने गीत सुनाए. साहित्य आजतक पर देखिए, सुनिए अनामिका अंबर का पूरा कार्यक्रम

Anamika Jain Amber at India Today Hindi Sahitya Varshiki Rachna Utsav

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