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'मेरे शब्द... शब्द नहीं हैं', साहित्य आजतक में हास्य कवि अशोक चक्रधर ने सुनाया गुदगुदाने वाला व्यंग्य

'मेरे शब्द... शब्द नहीं हैं', साहित्य आजतक में हास्य कवि अशोक चक्रधर ने सुनाया गुदगुदाने वाला व्यंग्य

साह‍ित्य के महाकुंभ 'साहित्य आजतक 2024' के दूसरे द‍िन मंच पर हास्य कलाकार अशोक चक्रधर की भी मौजूदगी रही. जहां उन्होंने 'हास्य कवि सम्मेलन' सत्र में सबको खूब गुदगुदाया. बता दें क‍ि ये 'साहित्य आजतक' का सातवां संस्करण है. और द‍िल्ली के मेजर ध्यानचंद स्टेड‍ियम में आयोज‍ित है.

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