वीआईपी इंडस्ट्रीज की एमडी राधिका पिरामल ने कहा है कि वे बचपन से ही बॉसी और आत्मविश्वासी रही हैं. शायद यही कारण है कि वे लेस्बियन बनीं.
हाल ही में हुए एक CMO समिट में राधिका पिरामल ने कहा कि स्कूल के दिनों में वे लड़कों से कंपीट करती थीं. वे बॉसी, स्मार्ट और कॉन्पिफडेंट थीं. उनकी छवि किसी टॉमब्वाय की तरह थी. सब उनकी तारीफ करते थे. जब वे 15 साल की थीं तब उन्हें पहली बार लगा कि उन्हें लड़कियां अच्छी लगती हैं. उस समय उन्होंने अपनी बहन को सबसे पहले इस बारे में बताया था और फिर परिवार को. हालांकि उनके परिवार को ये जानकर हैरानी हुई थीं और इससे पहले कि वे उन्हें कुछ समझाते, वे ऑक्सफोर्ड पढ़ने के लिए चली गईं.
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उन्होंने दर्शकों में बैठी महिलाओं की ओर इशारा करते हुए कहा कि महिलाएं जानती हैं कि एक सही पार्टनर को ढूंढ़ना कितना मुश्किल है. और अगर आप लेस्बियन हों ये काम और कठिन हो जाता है क्योंकि आपके पास विकल्प और कम हो जाते हैं.
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ऑक्सफोर्ड के बाद वो हार्वर्ड बिजनेस स्कूल गईं और वहां उन्होंने न्यूयार्क में कंपनी ज्वाइन की और शादी भी की.
लंदन में 2011 में अपनी शादी की तस्वीरें दिखाते हुए उन्होंने कहा कि वे तब परेशान हो गई थीं जब उनके पिता ने उन्हें भारत आने को कहा. उन्हें इस बात का संदेह था कि भारत में उन्हें और उनकी पार्टनर को अपनाया जाएगा या नहीं.