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सुंदर महिलाओं का साथ पुरुषों को कराता है ‘फील गुड’

सुंदरियों का सामना भले ही कई को नर्वस कर देता है लेकिन ये हुस्न की मलिकाएं जब पुरुषों से बातचीत करती हैं तो उन्हें ‘फील गुड’ होता है.

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सुंदरियों का सामना भले ही कई को नर्वस कर देता है लेकिन ये हुस्न की मलिकाएं जब पुरुषों से बातचीत करती हैं तो उन्हें ‘फील गुड’ होता है. एक नये अनुसंधान से इस बात का खुलासा हुआ है.

बढ़ जाता है कामुकमा से जुड़ा हार्मोन
अनुसंधानकर्ताओं ने पाया है कि आकषर्क महिला की आस पास उपस्थिति से पुरुषों में टेस्टोस्टेरोन हार्मोन के स्तर में अस्थाई वृद्धि होती है. यह हार्मोन नरों की कामुकता से जुड़ा है. कार्टिसोल भी उत्पन्न होता है जो चौकन्नेपन तथा स्वास्थ्य से जुड़ा है. अध्ययन के मुताबिक पुरुषों के साथ समय व्यतीत करने के ठीक विपरीत प्रभाव पड़ता है और इन दोनों प्रकार के हार्मोन का स्तर पुरुषों में कम हो जाता है.

समान आयुवर्ग के युवाओं पर हुआ शोध
मुख्य अनुसंधानकर्ता डा जेम्स रोने ने कहा कि इस बढ़ोतरी के जंतुओं में भी प्रभाव देखे गये. उनके अनुसार, ‘‘टेस्टोस्टेरोन और कार्टिसोल दोनों का स्तर उन पुरुषों में बढ़ गया जिन्होंने महिलाओं से बातचीत की लेकिन पुरुषों से बात करने पर हार्मोन के स्तर में कमी देखी गयी.’’ कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय के नेतृत्व में अध्ययन के लिए अनुसंधानकर्ताओं ने 149 पुरुष छात्रों को लिया जिनकी उम्र 18 और 24 वर्ष के बीच थी उसमें हर तीसरे को 25 वर्ष के एक पुरुष अनुसंधानकर्ता से बातचीत कराई गयी और अन्य को 18 से 22 वर्ष की एक से सात स्नातक महिलाओं से बातचीत कराई गयी.

लार के नमूने की जांच से हुआ खुलासा
दैनिक ‘द टेलीग्राफ’ की रिपोर्ट के अनुसार पांच मिनट की संक्षिप्त बातचीत के बाद पुरुषों को उन एक से लेकर सात महिलाओं के शारीरिक आकषर्ण का मूल्यांकन करने को कहा गया. औसत मूल्यांकन 5.83 फीसदी आया जिसे उन्होंने मन मोहने वाला करार दिया. नमूना संग्रह करने वाली एक शीशी में प्रतिभागियों के लार लिये गये, जिसकी जांच महिला से संपर्क में आने के 20 से 40 मिनट के भीतर की गयी. लार का नमूना लेने से पहले प्रतिभागियों को माउथवाश करना पड़ा था.

अध्‍ययन का निकला आश्‍चर्यजनक परिणाम
इस अध्ययन में पाया गया कि एक आकषर्क महिला से महज पांच मिनट की बातचीत ने पुरुष में टेस्टोस्टेरोन का स्तर 14 फीसदी और तनाव दूर करने वाले हार्मोन कार्टिसोल का स्तर 48 फीसदी तक बढ़ा दिया. ठीक इसके उलट प्रतिभागियों के पुरुषों की संगति में रहने से उनके इन दोनों हार्मोनों में क्रमश: दो फीसदी और सात फीसदी की गिरावट देखी गयी. अनुसंधान निष्‍कर्ष का प्रकाशन जर्नल ‘प्रोसिडिंग्स आफ द रॉयल सोसाइटी बी’ में हुआ है.

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