अरेंज मैरिज में एक अच्छा लाइफ पार्टनर चुनना काफी मुश्किल काम होता है क्योंकि इसका असर आपकी पूरी जिंदगी पर पड़ता है. अरेंज मैरिज में लड़के और लड़की की बजाय फैमिली की भागीदारी काफी ज्यादा होती है. भारत में अक्सर देखा जाता है कि लड़के से ज्यादा परिवार को लड़की कैसी लगी यह जानना काफी जरूरी होता है. इसके बाद कहीं जाकर लड़के या लड़की की पसंद के बारे में पूछा जाता है.
अरेंज मैरिज में एक सही लाइफ पार्टनर के मिलने से आपकी पूरी जिंदगी बदल जाती है और आप खुश रहते हैं. लेकिन कई बार अरेंज मैरिज के कारण लोगों को जीवन भर परेशान भी रहना पड़ता है. अक्सर ऐसा देखा गया है कि अरेंज मैरिज में लाइफ पार्टनर चुनते समय अक्सर लोग कुछ गलतियां कर बैठते हैं. आइए जानते हैं उन गलतियों के बारे में -
कंपैटिबिलिटी को अनदेखा करना- अरेंज मैरिज में अक्सर लोग कंपैटिबिलिटी के अलावा बाकी चीजों को प्राथमिकता देते हैं जैसे फैमिली बैकग्राउंड. सोशल स्टेट्स, और परिवार की आर्थिक स्थिति. माना, यह सभी चीजें देखनी भी जरूरी होती हैं लेकिन आप इमोशनल, लाइफस्टाइल कंपैटिबिलिटी को अनदेखा नहीं कर सकते हैं क्योंकि इन चीजों से आगे चलकर काफी ज्यादा चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है.
अपनी प्राथमिकताओं को इग्नोर करना- कई बार लोग फैमिली के प्रेशर में आकर अपनी प्राथमिकताओं और इच्छाओं को इग्नोर कर देते हैं. ऐसे में जरूरी है कि लाइफ पार्टनर चुनने से पहले आप परिवार को पहले से ही अपनी प्राथमिकताओं और इच्छाओं के बारे में बता दें, ताकि आपके लिए लाइफ पार्टनर ढूंढते समय वह इन बातों का ख्याल रखें.
जल्दबाजी में फैसला लेना- कई बार लोग एक दूसरे को समझे बिना ही जल्दबाजी में फैसला ले लेते हैं. कई बार इसके लिए लड़के या लड़की पर रिश्ते को अपनाने के लिए फैमिली या बाहर के लोग का प्रेशर काफी ज्यादा होता है. तो अगर आप अपनी अरेंज मैरिज को सक्सेसफुल बनाना चाहते हैं तो जरूरी है कि आप आप एक-दूसरे के बारे में सभी चीजों को अच्छी तरह से जानें और बात करें.
बात ना करना- अक्सर देखा जाता है कि दो परिवार मिलकर लड़के और लड़की का रिश्ता तय कर लेते हैं और इस दौरान जिन्होंने अपनी पूरी जिंदगी एक साथ बितानी है उन दोनों के बीच में कोई बात ही नहीं हो पाती. कई बार ऐसा भी देखा जाता है कि लड़के और लड़की को शादी से पहले एक-दूसरे से बात करने की अनुमति नहीं होती है. या कई बार अपनी इच्छा से वह आपस में बात नहीं करते हैं. अरेंज मैरिज में ऐसा करने से आपको आगे चलकर कई तरह की चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है. रिश्ते की नींव को मजबूत बनाने के लिए जरूरी है कि आप एक-दूसरे को समय दें और बातें करें.
खुद फैसला ना लेना- अरेंज मैरिज में अक्सर देखा जाता है कि लड़का या लड़की रिश्ते के लिए फैसला लेने का पूरा अधिकार फैमिली को दे देते हैं और शादी के बाद कोई दिक्कत होने पर पूरा दोष भी परिवार को ही देते हैं. ऐसे में अगर आप इन सभी चीजों से बचना चाहते हैं और अपनी अरेंज मैरिज को सफल बनाना चाहते हैं तो जरूरी है कि फैसला लेते समय उसमें शामिल होने की कोशिश करें.