बचा हुआ चावल कई भारतीय किचन में एक आम बात है और अक्सर बिना सोचे-समझे अगले दिन इसे दोबारा गर्म करके खा लिया जाता है. क्योंकि यह देखने में और महक में ठीक लगता है, इसलिए ज्यादातर लोग मान लेते हैं कि यह खाने के लिए पूरी तरह सुरक्षित है. हालांकि अगर चावल को सही तरीके से स्टोर या दोबारा गर्म नहीं किया जाता है तो यह जल्दी ही हानिकारक बैक्टीरिया के लिए पनपने की जगह बन सकता है.
डॉ. एमी शाह, जो डबल बोर्ड-सर्टिफाइड MD और न्यूट्रिशनिस्ट हैं, ने अपनी 23 अक्टूबर की इंस्टाग्राम पोस्ट में चेतावनी दी है कि चावल को दोबारा गर्म करते समय एक रोजाना की जाने वाली गलती से फूड पॉइजनिंग और पेट के इन्फेक्शन का खतरा बढ़ सकता है.
क्या चावल को फ्रिज में रखना सच में आपके लिए अच्छा है?
डॉ. एमी चेतावनी कहती हैं. यह गलती न करें. इससे आप बीमार पड़ सकते हैं और गंभीर मामलों में आपको अस्पताल भी जाना पड़ सकता है.
वो पहले एक जरूरी गलतफहमी को साफ करती हैं. 'चावल को फ्रिज में रखना असल में आपके लिए बहुत अच्छा है. इसे पकाने के बाद इसे जल्दी से ठंडा करें और रात भर के लिए फ्रिज में स्टोर करें. जब आप इसे अगले दिन खाते हैं, तो कुछ स्टार्च पेट के लिए फायदेमंद रेजिस्टेंट स्टार्च में बदल जाता है जो ब्लड शुगर रिस्पॉन्स को बेहतर बनाता है और हेल्दी माइक्रोबायोम को सपोर्ट करता है.'
हालांकि, डॉ. शाह इस बात पर जोर देती हैं कि असली खतरा फ्रिज में रखने से नहीं है बल्कि उससे पहले क्या होता है, उससे है. सबसे बड़ी गलती पके हुए चावल को पूरे दिन खुला छोड़ देना है.
चावल स्टोर करने की गलती जो आपको कभी नहीं करनी चाहिए
वो आगे कहती हैं कि यह खतरा मेडिकल ट्रेनिंग में अच्छी तरह से बताया जाता है. यह सबसे बेसिक फूड सेफ्टी सवालों में से एक था जिस पर मेडिकल स्कूल में हमारा टेस्ट लिया गया था और यह एक बड़ी चेतावनी है. खासकर कॉलेज स्टूडेंट्स या किसी भी ऐसे व्यक्ति के लिए जो खाने को लंबे समय तक बाहर छोड़ देता है.
डॉ. शाह बताती हैं कि कमरे के तापमान पर छोड़े गए चावल हानिकारक बैक्टीरिया के बढ़ने के लिए एकदम सही माहौल बनाते हैं. अगर यह दूषित हो जाता है तो यह गंभीर फूड पॉइजनिंग का कारण बन सकता है और दुर्लभ मामलों में अस्पताल में भर्ती होने तक की नौबत आ सकती है.
उन्होंने आखिर में साफ शब्दों में कहा कि चावल को पहले पकाएं. उन्हें जल्दी से जल्दी ठंडा करें. फिर फ्रिज में एक एयरटाइट कंटेनर में स्टोर कर दें. उन्हें एक से ज्यादा बार दोबारा गर्म न करें.'