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जगन्नाथ मंदिर के पास पुरी हेरिटेज कॉरिडोर का होगा निर्माण या लगेगी रोक? सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई आज

ओडिशा के पुरी में जगन्नाथ मंदिर के समीप पुरी हेरिटेज कॉरिडोर के निर्माण का मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है. कॉरिडोर निर्माण को चुनौती देने वाली याचिका पर सुप्रीम कोर्ट में आज सुनवाई होगी.

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सुप्रीम कोर्ट (फाइल फोटो)
सुप्रीम कोर्ट (फाइल फोटो)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • याचिकाकर्ता ने कोर्ट से की थी जल्द सुनवाई की मांग
  • खुदाई से मंदिर की बुनियाद को खतरा- याचिकाकर्ता

ओडिशा के पुरी में जगन्नाथ मंदिर के समीप पुरी हेरिटेज कॉरिडोर के निर्माण का मामला अब सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है. जगन्नाथ मंदिर में अतिक्रमण और खुदाई का आरोप लगाते हुए इस कॉरिडोर के खिलाफ दायर याचिका पर जल्द सुनवाई के लिए सुप्रीम कोर्ट तैयार हो गया है. सुप्रीम कोर्ट पुरी के जगन्नाथ मंदिर को लेकर दायर इस याचिका पर आज यानी 31 मई को सुनवाई करेगा.

दरअसल, याचिकाकर्ता के वकील ने जगन्नाथ मंदिर में अतिक्रमण के मामले में सुप्रीम कोर्ट से जल्द सुनवाई की मांग की थी. याचिकाकर्ता का कहना है कि अवैध खुदाई के कारण मंदिर को खतरा है. उन्होंने अदालत को बताया कि वहां पुनर्निर्माण की कोई अनुमति नहीं है लेकिन अतिक्रमण के साथ ही निर्माण कार्य भी जारी हैं.

सुप्रीम कोर्ट की जस्टिस बीआर गवई और जस्टिस हिमा कोहली की बेंच ने पूछा कि क्या इस मामले में हाईकोर्ट में अर्जी दाखिल की गई है? याचिकाकर्ता सुमंत कुमार गढ़ेई के वकील गौतम दास ने जवाब दिया कि अर्जी तो दाखिल की है लेकिन उनकी बात नहीं सुनी गई. लिहाजा सुप्रीम कोर्ट मंगलवार को ही मामले की सुनवाई करे.

अदालत ने कहा कि अर्जी की कॉपी केस के एमाईकस और राज्य के वकीलों को भी दी जाए. अदालत मंगलवार को मामले की सुनवाई करेगी. इस मामले में ओडिशा हाईकोर्ट में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण ने हलफनामा दायर कर कहा था कि गहरी खुदाई से मंदिर को नुकसान पहुंचने की आशंका है. याचिका में कहा गया है कि मंदिर के परिसर में मेघनाद पछेरी मंदिर के पास तीस फुट गहराई तक खुदाई की गई है. इससे मंदिर की बुनियाद को खतरा हो सकता है.

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याचिकाकर्ता ने कहा है कि जगन्नाथ मंदिर को 1975 में पुरातात्विक धरोहर घोषित किया जा चुका है. पुरातात्विक स्मारक और अवशेष संरक्षण अधिनियम के मुताबिक भी धरोहर के सौ मीटर के दायरे में कोई निर्माण नहीं किया जा सकता. राज्य सरकार कैसे खुदाई और निर्माण कर रही है? मेघनाद पछेरी पुरी के प्रसिद्ध और ऐतिहासिक धरोहर श्रीजगन्नाथ मंदिर का अविभाज्य हिस्सा है.

 

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