गुरु पूर्णिमा के मौके पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जब गोरखपुर पहुंचे, तो मिलने वालों में पशु से लेकर मनुष्य तक थे. लेकिन सबसे पहले उन्होंने महंत अवैद्यनाथ की पूजा की. शिष्य राजनीति का गुरु बन कर धर्मनीति के तहत अपने गुरु के पास पहुंचा.