उत्तराखंड में 18 दिन पहले आया सैलाब हजारों जिंदगियों को बेरंग कर गया, घर बहा ले गया, गांव के गांव उजाड़ गया, जो बच गए उनके लिए जीने के तमाम बुनियादी ढांचे इस दौर में तहस-नहस हो गए, लेकिन इससे भी बड़ा दर्द जो सैलाब दे गया वो है अपनों को खोने का दर्द.