तीर्थराज प्रयाग की पावन त्रिवेणी पर महाकुंभ का महापर्व शुरू हो गया है. महाकुंभ की महिमा ही ऐसी है कि जाति, धर्म, ऊंच-नीच का फर्क यहां मिट जाता है. यहां पर रहती है तो सिर्फ आस्था, आस्था और आस्था. क्या आप जानते हैं कि आखिर क्यों इतना पावन माना जाता है महाकुंभ? आखिर क्या है महाकुंभ का महात्म्य? देखिए महाकुंभ की कहानी...