हमारा लोकतंत्र सभी जाति धर्म के लोगों को समान अधिकार की बात कहता है, मगर कुछ लोग लोकतंत्र की मूल अवधारणा को ही नकार देते हैं, ऐसे ही लोगों में एक हैं साध्वी सरस्वती...अखिल भारतीय हिंदू अधिवेशन में साध्वी सरस्वती ने एक बार फिर जमकर जहर उगला.