रुचिका गिरहोत्रा के लिए इंसाफ की लड़ाई लड़ रही उनकी दोस्त आराधना ने आज एक अवार्ड लेने से इनकार कर दिया. पिछले 19 साल से न्याय के लिए लड़ रही आराधना को उसकी साहस के लिए ये अवार्ड आतंकवाद निरोधक मोर्चा दे रहा था. आराधना को अवार्ड देने मोर्चे के अध्यक्ष एम एस बिट्टा खुद चंडीगढ़ पहुंचे थे.