भले ही बाबा राम रहीम जेल की सलाखों के पीछे हो, लेकिन बाबा को हनीप्रीत से लेकर डेरा तक की चिंता सता रही है. जेल में बाबा बैचैन हैं, रात को उसे नींद नहीं आती तो दिन का चैन उड़ा हुआ है. अब बाबा की ये बैचेनी दूर करने में एक पुराना साथी लगा हुआ है, जिसके सहारे बाबा आगे की रणनीति तैयार कर रहा है.