कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और पूर्व केंद्रीय मंत्री फारूक अब्दुल्ला के बेतुके बयान की ... कश्मीर पर बोलते-बोलते फारूक अब्दुल्ला सारी सीमाएं लाघ गए. उन्हें इस बात का भी ख्याल न रहा कि वो देश हित और संविधान का कई बार शपथ ले चुके हैं. कश्मीर के मसले को हमारा आंतरिक मामला हैं और वो इस आतंरिक मामले में अमेरिका और चीन को शामिल करने की बात कर रहे हैं. हैरानी तो ये है कि - ऐसा बेतुका और फालतु बयान उस शख्स ने दिया ..जो खुद जम्मू-कश्मीर का मुख्यमंत्री रह चुका है.