एक और एक ग्यारह होते हैं. गिनती से नहीं, हौसले और जोश से. वैसे ही एक और एक खबर मिलती है तो उसकी धमक 11 वाली होती है. आज से हर सुबह 11 बजे हम आपको एक घंटे तक हर उस खबर से रूबरू कराएंगे, जिसको जानना आपके लिए जरूरी है. उसमें संसद का संवाद होगा, सड़क का संघर्ष होगा, दिल्ली-मुंबई की चमक-दमक होगी, दूर कहीं उठती आम आदमी की आवाज होगी। आपके शहर से आपके सपने तक की हर खबर आपको मिलेगी अगले एक घंटे में और इसकी शुरुआत 100 खबरों से लैस शतक आजतक से.