केदारनाथ में कुदरत के कहर के पूरे दस दिन हो गए हैं. चारों ओर सिर्फ मलबा, शव और टूटे हुए मकान हैं. यहां से मिले शवों का सामूहिक संस्कार किया जाएगा.