उत्तराखंड के नंदा देवी चोटी से 25 मई को लापता हुए 8 पर्वतारोहियों में से रविवार को 4 को बचा लिया गया है. बाकी पर्वतारोहियों की तलाश के लिए चलाया जा रहा अभियान खराब मौसम की वजह से रोक दिया गया. ITBP के जवानों ने यहां सर्च ऑपरेशन चलाया था. इस ऑपरेशन में उन्हें कामयाबी हाथ लगी है. अन्य लापता पर्वतारोहियों की तलाश की जा रही है.
पिथौरगढ़ के जिलाधिकारी वीके जोगडांडे ने बताया '4 पर्वतारोहियों को बचा लिया गया है. नंदा देवी ईस्ट में हिमस्खलन की संभावना को देखते हुए आज सर्च और बचाव कार्य रोक दिया है. दोबारा सर्च ऑपरेशन कल शुरू होगा या मौसम के हालात को देखते हुए अगले दिन शुरू किया जाएगा.'लापता हुए इस दल में 1 भारतीय और 7 विदेशी नागरिक हैं. इस टीम का नेतृत्व मशहूर ब्रिटिश पर्वतारोही मार्टिन मोरन कर रहे हैं और इनके साथ के पर्वतारोहियों में ब्रिटेन के 3, अमेरिका के 2 और ऑस्ट्रेलिया का 1 नागरिक शामिल हैं, जबकि आठवां व्यक्ति भारतीय पर्वतारोहण संस्थान का अधिकारी है. यह दल 13 मई को पिथौरागढ़ के निकट मुनस्यारी से निकला था. इन्हें चोटी पर चढ़ाई के बाद 25 मई को ही बेस कैंप लौटना था.VK Jogdande, DM Pithoragarh: 4 mountaineers have been rescued, since there's possibility of an avalanche in the area closer to Nanda Devi East, search & rescue operations for remaining 8 mountaineers will continue tomorrow or day after tomorrow depending on weather conditions. pic.twitter.com/elpTKAEF9t
— ANI (@ANI) June 2, 2019
मोरन के अलावा ब्रिटेन के पर्वतारोहियों में जॉन मैक्लॉरेन, रिचर्ड पायने, रूपर्ट हावेल शामिल हैं. अमेरिकी पर्वतारोहियों के नाम एंथनी सुडेकम और राचेल बिम्मेल हैं जबिक ऑस्ट्रेलिया के पर्वतारोही का नाम रूथ मैक्रेन है. इस दल में भारतीय पर्वतारोहण संस्थान के चेतन पांडे शामिल हैं. पिथौरागढ़ के जिलाधिकारी वीके जोगदांडे ने यह जानकारी दी. उन्होंने पत्रकारों को शनिवार को बताया कि यह दल 25 मई से लापता है. इन पर्वतारोहियों की तलाश में इंडो-तिब्बत सीमा पुलिस, 14 सदस्यीय राहत दल और सर्च टीम को मुनस्यारी से भेजा गया था. इस टीम में SDRF के सदस्य, डॉक्टर, रिवेन्यू और स्थानीय ग्रामीणों को शामिल किया गया था.