एक नाटकीय घटनाक्रम में स्थानीय विधायक काले यादैया को बुधवार को चेवेल्ला निर्वाचन क्षेत्र के शबद मंडल के दौरे के दौरान वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं और पार्टी कार्यकर्ताओं की नाराजगी का सामना करना पड़ा. एक दशक से अधिक समय से कांग्रेस के प्रति वफादार रहे आक्रोशित नेताओं और कार्यकर्ताओं ने विधायक पर अंडे और टमाटर फेंककर अपना गुस्सा जाहिर किया. उनकी हताशा इस बात से उपजी है कि लंबे समय से कांग्रेस में काम कर रहे नेताओं और कार्यकर्ताओं को उनकी कड़ी मेहनत के लिए मान्यता नहीं दी गई है, जबकि हाल ही में बीआरएस (भारतीय राष्ट्र समिति) से शामिल हुए लोगों को कथित तौर पर अनुचित महत्व दिया जा रहा है. इसके विरोध में उन्होंने धरना दिया और 'वापस जाओ, विधायक!' और 'मुर्दाबाद, विधायक!' जैसे नारे लगाए. उन्होंने न्याय मिलने और उनके योगदान को स्वीकार किए जाने तक अपना विरोध जारी रखने का दावा किया.
तेलंगाना CM के निर्वाचन क्षेत्र में फार्मा विलेज प्रोजेक्ट का भारी विरोध
तेलंगाना के मुख्यमंत्री ए रेवंत रेड्डी के निर्वाचन क्षेत्र कोडंगल के किसान अपनी जमीनें अधिग्रहित करने और उन्हें दवा कंपनियों को आवंटित करने के राज्य सरकार के कदम का विरोध कर रहे हैं. कोडंगल में प्रस्तावित फार्मा विलेज के खिलाफ विद्रोही रुख अपनाते हुए डुडयाला मंडल के किसानों ने बुधवार को घोषणा की कि वे अपनी जमीनें सौंपने के बजाय मरना पसंद करेंगे. पोलेपल्ली की एक महिला किसान ने डुडयाला एमआरओ कार्यालय के सामने कीटनाशक की बोतल लेकर विरोध प्रदर्शन किया और धमकी दी कि अगर उसकी जमीन ली गई तो वह अपनी जान दे देगी.
मौके पर मौजूद साथी किसानों ने तुरंत हस्तक्षेप किया और महिला के हाथ से कीटनाशक की बोतल छीन ली, लेकिन उसकी भावनाओं को दोहराते हुए कहा कि वे मर जाएंगे, लेकिन अपनी जमीन नहीं छोड़ेंगे. किसानों यह प्रतिरोध मुख्यमंत्री के गृह निर्वाचन क्षेत्र में बढ़ते तनाव को उजागर करता है. यहां प्रस्तावित फार्मा विलेज परियोजना को स्थानीय कृषक समुदाय से तीखे विरोध का सामना करना पड़ा है. किसानों का तर्क है कि परियोजना के लिए भूमि अधिग्रहण से उनकी आजीविका को खतरा है और वे अपनी मांगें पूरी होने तक अपना विरोध जारी रखने के लिए तैयार हैं.