उत्तराखंड स्टेट एड्स कंट्रोल सोसाइटी (USACS)के पास मौजूद कंडोम का स्टॉक खत्म होने वाला है. ऊपर से संस्था पैसों की कमी से भी जूझ रही है. ऐसे में राज्य में एड्स और बर्थ कंट्रोल के लिए चलाए जा रहे अभियान पर बुरा असर हो रहा है.
अंग्रेजी अखबार 'द टाइम्स ऑफ इंडिया' में छपी खबर के अनुसार उत्तर प्रदेश से करीब एक लाख कंडोम उत्तराखंड भेजे गए थे. ये पूरा स्टॉक महीने के अंत तक खत्म जाएगा. हालांकि नेशनल एड्स कंट्रोल ऑर्गनाइजेशन (NACO) ने तीन लाख और कंडोम राज्य को भेजे हैं. लेकिन USACS के अधिकारियों का कहना है कि यह कंसाइमेंट फिलहाल उन्हें नहीं मिला है.
USACS के एडिश्नल प्रोजेक्ट डायरेक्टर राजेंद्र पांडेय ने कहा, 'हमारा स्टॉक खत्म होने वाला है. अगर आने वाले कुछ महीनों तक यही हाल रहा तो टारगेट लोगों तक फ्री कंडोम बांटना मुश्किल हो जाएगा.'
उत्तराखंड को सालाना 14 लाख कंडोम की जरूरत
उत्तराखंड में 6,556 महिला सेक्स वर्कर और 1,795 एमएसएम हैं. सूत्रों के अनुसार राज्य को सालाना करीब 14 लाख कंडोम की जरूरत है. हर साल USACS जनसंख्या के आधार पर साल में दो बार
कॉन्ट्रासेप्टिव का एस्टिमेट तैयार करता है. इस महीने के अंत तक संस्था के पास मौजूद कंडोम का स्टॉक खत्म हो जाएगा.
NACO से उत्तराखंड को मिले 4 करोड़ रुपये
इसी हफ्ते NACO ने राज्य सरकार को करीब 4 करोड़ रुपये दिए है. हालंकि ये रकम अभी तक USACS को नहीं दी गई है. पैसे ना होने के चलते कर्मचारियों को सैलरी और रजिस्टर्ड एनजीओ
को फंड नहीं मिल पा रहे हैं. गौरतलब है कि HIV AIDS पर काम कर रहे करीब 35 एनजीओ USACS से जुड़े हुए हैं.