भारत की सीनियर डिप्लोमेट देवयानी खोबरागड़े के मामले में कुछ ऐसे तथ्य सामने आए हैं, जिनसे जाहिर होता है कि उन्हें किसी स्तर पर अमेरिकी साजिश का शिकार होना पड़ा. भारत पहले ही कह चुका है कि देवयानी मामले के पीछे साजिश मालूम पड़ती है.
दरअसल, देवयानी की फरार नौकरानी के परिवार के तीन सदस्यों के विमान के टिकट का भुगतान अमेरिकी उच्चायोग ने उस समय किया था, जब पिछले सप्ताह उन्हें यहां से निकालकर न्यूयॉर्क भेजा गया था.
टिकट से खुल रहा है राज...
सूत्रों ने बताया कि नौकरानी के पति फिलिप रिचर्ड और उसके दो बच्चों- जेनिफर और जतिन को अमेरिकी उच्चायोग के ऑफिशियल ट्रैवेल एजेंसी की ओर से टिकट जारी किए गए थे. उन्होंने कहा कि राजनयिक मिशन के नियमों के मुताबिक टिकट पर सर्विस टैक्स में 4.5 फीसदी छूट दी गई.
देवयानी मामले में हल निकलने के संकेत
देवयानी खोबरागड़े के मामले में बने गतिरोध पर भारत और अमेरिका के बीच समाधान निकलने का पहला संकेत तब मिला, जब देवयानी को न्यूयॉर्क की एक अदालत में निजी तौर पर पेशी से छूट दी गई. यह अदालत उनके खिलाफ वीजा धोखाधड़ी के मामले में सुनवाई कर रही है.
यूएन में तबादले को मिली मान्यता
उधर, देवयानी को संयुक्त राष्ट्र में उनके तबादले के बाद मान्यता मिल गई है. न्यूयॉर्क में 12 दिसंबर को गिरफ्तार किए जाने और जमानत पर रिहा होने के बाद देवयानी को पूरी राजनयिक छूट दिलाने के लिए सरकार ने उनका तबादला संयुक्त राष्ट्र में भारत के मिशन में कर दिया था. उनकी नियुक्ति को मान्यता के बाद अमेरिका के विदेश विभाग में कुछ कागजी कार्रवाई होने की संभावना है, जिसके लिए भारत पहले ही कागजात सौंप चुका है.
निजी पेशी से छूट 'अच्छा संकेत'
कोर्ट में निजी पेशी से छूट को उनकी गिरफ्तारी और कपड़े उतरवाकर की गई तलाशी से पैदा गतिरोध दूर करने की दिशा में एक अहम कदम माना जा रहा है. देवयानी के साथ बदसलूकी पर भारत सरकार ने कड़ी प्रतिक्रिया जताई थी. भारत उनके खिलाफ बिना शर्त आरोप हटाने के लिए अमेरिका पर दबाव डाल रहा है.
सूत्रों के अनुसार, देवयानी खोबरागड़े के वकील ने अदालत से अनुरोध किया था कि उन्हें मामले में निजी तौर पर पेशी से छूट दी जाए. न्यूयॉर्क में मामले की अगली सुनवाई के लिए 13 जनवरी की तारीख तय की गई है.
दिल्ली में अमेरिकी दूतावास ने मांगा 'वक्त'
इसी बीच, दिल्ली में अमेरिकी दूतावास ने उसके और उसके अधिकारियों के यहां नौकरी पर रखे गए भारतीयों के लिए वीजा और अन्य विवरण जमा करने की सोमवार की डेडलाइन बढ़ाने की मांग की है. भारत में तैनात अमेरिकी राजनयिकों को इस बात की भी जानकारी देनी होगी कि काम पर रखे गए भारतीयों को कितनी तनख्वाह दी जा रही है. समय सीमा बढ़ाई गई है या नहीं, इस पर फैसला मंगलवार को लिया जाएगा.
जारी है बातचीत का सिलसिला
विदेश राज्यमंत्री परणीत कौर ने कहा कि केन्द्र अमेरिका के साथ देवयानी खोबरागड़े मामले में बातचीत कर रहा है और मुद्दे का समाधान निकाल लिया जाएगा. उन्होंने इन खबरों से इनकार किया कि भारत ने मुद्दे पर अपना रुख नरम किया है. उन्होंने कहा, 'हम सभी चिंतित हैं और सभी तरह का सहयोग दिया जा रहा है.'
'वीजा फ्रॉड' का मामला
गौरतलब है कि न्यूयार्क में उप महावाणिज्यदूत देवयानी (39) 12 दिसंबर को जब अपनी बेटी को स्कूल छोड़ने जा रही थीं, तब वीजा फर्जीवाड़ा के आरोप में उन्हें हिरासत में ले लिया गया था. 2,50,000 डॉलर का मुचलका भरने के बाद उन्हें छोड़ा गया था. वे 1999 बैच की आईएफएस अधिकारी हैं.