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अब मिनटों में सुलझेंगे साइबर क्राइम, नोएडा में खुला हाईटेक सेल

दिल्ली पुलिस की तरह अब नोएडा पुलिस ने भी हाईटेक होने की कवायद शुरू कर दी है. कम्युनिटी पुलिसिंग के तहत नोएडा के सेक्टर 6 में यूपी का पहला हाईटेक साइबर सेल बनाया गया है. सवा करोड़ रुपये की लागत से तैयार इस सेंटर फॉर साइबर क्राइम इंवेस्टिगेशन का उद्घाटन खुद डीजीपी जावीद अहमद ने किया. यहां से साइबर एक्सपर्ट साइबर क्राइम का इंवेस्टिेगशन करेंगे. वहीं, पुलिस अधिकारियों और पुलिसकर्मियों को साइबर ट्रेनिंग भी मिलेगी.

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नोएडा के सेक्टर 6 में खुला साइबर सेल
नोएडा के सेक्टर 6 में खुला साइबर सेल

दिल्ली पुलिस की तरह अब नोएडा पुलिस ने भी हाईटेक होने की कवायद शुरू कर दी है. कम्युनिटी पुलिसिंग के तहत नोएडा के सेक्टर 6 में यूपी का पहला हाईटेक साइबर सेल बनाया गया है. सवा करोड़ रुपये की लागत से तैयार इस सेंटर फॉर साइबर क्राइम इंवेस्टिगेशन का उद्घाटन खुद डीजीपी जावीद अहमद ने किया. यहां से साइबर एक्सपर्ट साइबर क्राइम का इंवेस्टिेगशन करेंगे. वहीं, पुलिस अधिकारियों और पुलिसकर्मियों को साइबर ट्रेनिंग भी मिलेगी.

ऐसे दर्ज होगी शिकायत
यूपी डीजीपी जावीद अहमद ने बताया कि सेंटर फॉर क्राइम इंवेस्टिगेशन में शिकायत दर्ज कराने के लिए पहले सर्च बार में जाकर http://cccinoida.org पर क्लिक करना होगा. उसके बाद वेबसाइट पर जाकर जरूरी जानकारियां भरने के बाद वेरिफिकेशन कोड डालते ही कंप्लेन रजिस्टर हो जाएगी. एसपी सिटी देनेश यादव ने कहा कि ऑनलाइन शिकायत के बाद इंवेस्टिगेशन तभी होगा जब मामले में मुकदमा दर्ज होगा.

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साइबर सेल में लगे हैं ये टूल
यूफेड- ये कितना भी पुराना मोबाइल हो उसका डिलीट किया गया डाटा रिकवर करने में उपयोगी है. फोरेंसिक फॉलकन- हार्ड डिस्क जो भी सील करते हैं, ये टूल उसकी मिरर इमेजिंग करेगा. फोरेंसिक टूल किट - किसी भी मूल डाटा को एफटीके के जरिये जांच अधिकारी जांच सकेंगे. एल्कोमोसॉफ्ट- इसके जरिये पासवर्ड रिकवर कर लिया जाएगा. इसके अलवा मोबाइल ट्रैकिंग डिवाइस, सीडीआर एनालिसिस डिवाइस, डंप डेटा एनालिसिस डिवाइस, टावर एनालिसिस डिवाइस भी लगे हैं.

कितना होगा फायदा
गौरतलब है कि नोएडा में इंटरनेट दूरपयोग के पिछले साल करीब 850 शिकायतें मिली, लेकिन करीब 30 फीसदी मामले ही सुलझाये जा सके. हाईटेक यूनिवर्सल फॉरेंसिक एक्सट्रैक्शन डिवाइस के जरिये किसी भी मोबाइल के डिलिटेड डेटा को रिकवर करना बहुत ही आसान है. वहीं, एफटीके डाटा एनालिसिस किट बुकमार्क के फॉर्म में सबूतों को इकट्ठा करने का काम करती है. दिल्ली एनसीआर समेत पूरे देश में करीब 80 फीसदी लोग मोबाइल इस्तेमाल करते हैं, ऐसे में इलेक्ट्रॉनिक बेस मजबूत होने पर साइबर क्राइम के मामलों पर लगाम लगेगी.

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