भारतीय क्रिकेट कोच गैरी कर्स्टन ने आज कहा कि टीम चाहती थी कि इरफान पठान 2011 विश्व कप में आलराउंडर के रूप में खेले लेकिन उनके लगातार विकेट हासिल करने में विफल रहने के बाद यह योजना छोड़नी पड़ी.
पठान एक साल से भी अधिक समय से टीम से बाहर हैं और उन्होंने अपना अंतिम एकदिवसीय मैच फरवरी 2009 में खेला था जबकि उन्होंेने दो साल से भी अधिक समय से टेस्ट मैच में शिरकत नहीं की है.
कर्स्टन ने कहा कि क्योंकि पठान उम्मीदों के मुताबिक प्रदर्शन नहीं कर पाया इसलिए एकदिवसीय टीम में नंबर छह की जगह अब भी है.
उन्होंने कहा, ‘‘हमें विश्व कप के लिए एक आलराउंडर की तलाश है. इस भूमिका के लिए हमारी नजरें इरफान पठान पर थी. संभवत: उसमें कुछ कमी है. हमें ऐसे आलराउंडर की जरूरत है जो विश्व कप के दौरान बल्लेबाजी क्रम में शीर्ष छह में खेल सके.’’
कर्स्टन ने श्रीलंका के खिलाफ पहले टेस्ट के पहले दिन के खेल के बाद कहा, ‘‘हम ऐसे व्यक्ति को नहीं रख सकते जो 115 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से गेंदबाजी कर और पांच मैच में एक विकेट हासिल करे. उसे सकारात्मक योगदान देना होगा. हमने इरफान को चुना था लेकिन उसकी गेंदबाजी में कमी है.’’ इरफान ने 107 एकदिवसीय मैचों में 157 जबकि 29 टेस्ट में 100 विकेट हासिल किये हैं.