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यशवंत सिन्हा ने सुबोधकांत सहाय से इस्तीफा मांगा

भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व केन्द्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा ने अतिक्रमण हटाओ अभियान के खिलाफ सफलतापूर्वक अपना दो दिवसीय धरना समाप्त करने के बाद केन्द्रीय मंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता सुबोधकांत सहाय पर पलटवार करते हुए उनसे इस्तीफा मांगा.

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भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व केन्द्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा ने अतिक्रमण हटाओ अभियान के खिलाफ सफलतापूर्वक अपना दो दिवसीय धरना समाप्त करने के बाद केन्द्रीय मंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता सुबोधकांत सहाय पर पलटवार करते हुए उनसे इस्तीफा मांगा.

सुबोधकांत सहाय ने कथित तौर पर कहा था कि भाजपानीत झारखंड सरकार में यदि यशवंत सिन्हा की बातों की सुनवाई नही है तो उन्हें पार्टी से इस्तीफा दे देना चाहिए.

यशवंत सिन्हा ने कहा, ‘मैं तो भाजपा का वरिष्ठ नेता हूं और सांसद हूं. मैं किसी पद पर हूं ही नहीं, लिहाजा मैं किस पद से इस्तीफा दूंगा. लेकिन सुबोधकांत सहाय तो केन्द्रीय मंत्रिपरिषद के सदस्य है. अत: उन्हें रांची की जनता के दुख दर्द में उनका साथ देने के लिए मंत्रिपरिषद से इस्तीफा देकर यहां जनता के साथ धरने में बैठना चाहिए.’

सिन्हा ने कहा, ‘सुबोधकांत सहाय और कांग्रेस के अन्य नेता मेरे सफल धरना से घबराहट में ऐसे बेतुके बयान दे रहे हैं. मैने तो सत्ताधारी दल का नेता होते हुए एक सफल धरना दिया और जनता के हित में उचित मांगें सरकार से मनवायी लेकिन विपक्ष में होते हुए सुबोधकांत और झारखंड की अन्य सभी विपक्षी पार्टियों के नेता सिर्फ जनता की भावनाओं का शोषण कर अपनी राजनीति चमकाने में जुटे हुए हैं.

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उन्होंने जनता से झूठे वादे किये कि उनके मकान ढहने नही देंगे लेकिन उनकी कोई मदद नही कर सके. उन्होंने कहा कि विपक्षी नेताओं सुबोधकांत सहाय, बाबूलाल मरांडी, राधाकृष्ण किशोर आदि की उनके बारे में पिछले दो दिनों में की गयी बयानबाजी उनकी हताशा की द्योतक है.

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