बैंकिंग उद्योग के रुख के साथ आगे बढते हुये देश के सबसे बड़े बैंक भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने भी सोमवार को अपनी बेंचमार्क प्रधान उधारी दर (बीपीएलआर) आधा प्रतिशत और जमा दरों में डेढ़ प्रतिशत तक वृद्धि कर दी.
बैंक की बीपीएलआर आधा प्रतिशत बढकर 12.25 प्रतिशत हो गई. इस वृद्धि से बैंक के आवास, वाहन और निगमित ऋण के मौजूदा ग्राहकों पर बोझ बढ़ेगा. हालांकि नये ग्राहकों को कोई भी कर्ज आधार दर के अनुरूप ही मिलेगा. बैंकों में एक जुलाई से आधार दर प्रणाली शुरू हो गई है.
भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा कीमतों पर अंकुश रखने के लिये नीतिगत दरों में की गई वृद्धि के बाद बैंकों में ब्याज दरों में वृद्धि का सिलसिला शुरू हुआ है. स्टेट बैंक से पहले सार्वजनिक एवं निजी क्षेत्र के कई अन्य बैंक जमा और कर्ज पर ब्याज दरों में वृद्धि कर चुके हैं.
एसबीआई ने बंबई शेयर बाजार को भेजी सूचना में कहा, ‘बैंक ने अपनी प्रधान उधारी दरें 0.50 फीसदी बढ़ाकर 12.25 फीसदी सालाना कर दी हैं, जो अभी तक 11.75 फीसदी पर थी. इसी के साथ बैंक ने सावधि जमा दरें भी 1.5 फीसदी तक बढ़ा दी हैं. सबसे ज्यादा वृद्धि 15 से 45 दिनों की परिपक्वता अवधि वाली सावधि जमा में की गई है जिसे डेढ़ प्रतिशत वृद्धि के साथ 4 प्रतिशत कर दिया गया है. {mospagebreak}
बैंक की 181 दिनों से अधिक एवं एक साल से कम अवधि की सावधि जमा पर ब्याज दर 5.25 फीसदी से बढ़ाकर 6 फीसदी कर दी गई हैं, जबकि 555 दिनों अथवा उससे अधिक अवधि की जमा दरों को 1.25 फीसदी बढ़ाकर 7.25 फीसदी कर दिया. तीन साल से अधिक एवं पांच साल से कम की जमा दरें 0.75 फीसदी बढ़ाकर 7.25 फीसदी एवं पांच साल से अधिक लेकिन आठ साल से कम की परिपक्वता वाली जमा दरों में भी 0.25 फीसदी की बढ़ोतरी कर उसे 7.50 फीसदी कर दिया गया.
इसके साथ ही बैंक ने आधार दर के अनुरूप उत्पाद से जुडी फ्लोटिंग दर सावधि जमा योजना शुरू करने की भी घोषणा की है, यह योजना 6 सितंबर से शुरू होगी. एक साल की फ्लोटिंग सावधि जमा पर वर्तमान आधार दर से आधा प्रतिशत कम पर ब्याज देय होगा. बैंक की वर्तमान आधार दर 7.5 प्रतिशत पर है. तीन साल की सावधि जमा पर आधार दर से चौथाई फीसदी कम ब्याज दिया जायेगा जबकि पांच साल की फ्लोटिंग सावधि जमा पर आधार दर के समान ही ब्याज दिया जायेगा.
रिजर्व बैंक ने जुलाई अंत में जारी अपनी मौद्रिक समीक्षा में महंगाई पर अंकुश रखने के लिये रिवर्स रेपो दर में आधा प्रतिशत और रेपो दर में चौथाई फीसद की वृद्धि कर दी थी. केन्द्रीय बैंक के इस कदम के बाद पंजाब नेशनल बैंक, बैंक बडौदा, बैंक आफ इंडिया, आरिएंटल बैंक आफ कामर्स और केनरा बैंक सहित कई अन्य बैंक अपनी बीपीएलआर दर में आधा प्रतिशत तक वृद्धि की है.