महाराष्ट्र और हरियाणा के चुनाव नतीजों के बाद कर्नाटक में कांग्रेस आगामी उपचुनावों को लेकर उत्साहित नजर आ रही है. विपक्ष के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने केंद्र में मोदी सरकार से मोहभंग होने और राज्य में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) सरकार के पतन के संकेत दिए हैं.
सिद्धारमैया ने कहा कि दोनों राज्यों में बीजेपी को अपने दम पर बहुमत नहीं मिला. उन्होंने कहा कि इस चुनाव में मोदी ने कई रैलियों को संबोधित किया, लेकिन फिर भी बीजेपी ज्यादा सीट हासिल करने में असफल रही.
Even after @narendramodi addressed rallies across Haryana, @BJP4Haryana failed to gain enough seats. This is the indication of fading identity of @narendramodi.#Elections2019
— Siddaramaiah (@siddaramaiah) October 24, 2019
मीडिया से बात करते हुए सिद्धारमैया ने कहा कि कांग्रेस आगामी उपचुनावों में ज्यादा से ज्यादा सीटें जीतेगी. साथ ही कहा कि उपचुनाव के नतीजे आने के बाद सीएम बीएस येदियुरप्पा को इस्तीफा देना पड़ेगा. साथ ही उन्होंने कहा कि बीजेपी के विपरीत, उनकी पार्टी स्थिरता के बिना अल्पसंख्यक सरकार बनाने के बजाय मध्यावधि चुनाव के लिए जाना चाहेगी.
दलबदलू नेताओं पर बोले सिद्धारमैया
इसके अलावा सिद्धारमैया ने महाराष्ट्र और हरियाणा में चुनावों से पहले कांग्रेस से बीजेपी में जाने वाले नेताओं के बारे में कहा कि आखिरकार वे हार गए. उन्होंने कहा कि कर्नाटक के आगामी उपचुनाव में दलबदलुओं का हाल भी अन्य राज्यों की तरह ही होगा और मुख्यमंत्री येदियुरप्पा को इस्तीफा देना पड़ेगा.
बागी नेताओं को लेकर उन्होंने कहा कि कांग्रेस और जेडीएस के बागी विधायकों ने कर्नाटक में बीजेपी को सत्ता में लाने में मदद की, जिसके बाद उन्हें अयोग्य घोषित कर दिया गया और अब वे उम्मीद कर रहे हैं कि उन्हें बीजेपी से आगामी उपचुनाव लड़ने के लिए टिकट मिलेगा.
15 सीटों पर उपचुनाव
गौरतलबहै कि कर्नाटक विधानसभा सीटों पर उपचुनाव के लिए 5 दिसंबर को मतदान होगा. 17 विधायकों को अयोग्य करार ठहराए जाने की वजह से 15 सीटों पर उपचुनाव हो रहा है. इन सीटों के निवर्तमान विधायकों के विश्वासमत के दौरान अनुस्थित होने की वजह से कांग्रेस जेडीएस सरकार गिर गई थी और फिर बीजेपी के सत्ता में आने का रास्ता साफ हो गया था.
वहीं, कांग्रेस ने यह साफ कर दिया है कि अयोग्य घोषित किए गए विधायकों में से किसी को भी पार्टी में वापस नहीं लिया जाएगा. इसके अलावा कर्नाटक में होने वाले उपचुनाव के लिए बीजेपी को सत्ता में बने रहने के लिए 6 सीटों की जरूरत होगी.