बाजार नियामक सेबी ने शेयर बाजार सौदों के एक मामले में चेयरमैन अनिल अंबानी सहित अनिल धीरुभाई समूह की कंपनियों के कुछ शीर्ष अधिकारियों को उसके समक्ष तीन सितंबर को उपस्थित होने को कहा है.
सेबी ने दिये अपने आदेश में रिलायंस नेचुरल र्सिोसेज लि. (आरएनआरएल) और रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर लि.(आरइंफ्रा) तथा अनिल अंबानी समेत उसके शीर्ष अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस का जवाब देने और उन्हें तीन सितंबर को होने वाली सुनवाई के लिये उपस्थित होने को कहा.
दोनों कंपनियों के चयेरमैन अनिल अंबानी समेत पांच शीर्ष अधिकारियों को जून में उन्हें दिये गये कारण बताओ नोटिस मामले में एक और मौका देते हुए 27 अगस्त तक जवाब देने को कहा गया है.
मामले की सुनवाई करते हुए एमएस साहू की अध्यक्षता वाली सेबी पीठ ने कहा कि हालांकि दोनों कंपनियों ने दस्तावेजों की जांच और सुनवाई स्थगित किये जाने का अनुरोध किया है लेकिन शीर्ष अधिकारियों की तरफ से मामले में कोई पेश नहीं हुआ.
इस बारे में एडीएजी समूह के प्रवक्ता ने कहा कि कंपनी और उसके निदेशक सेबी के आदेश का पालन करेंगे.
प्रवक्ता ने कहा, ‘‘मामला विचाराधीन है. रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर लि. और रिलायंस नेचुरल र्सिोसेज लि. और संबंधित अधिकारी सेबी की प्रक्रिया का पालन करेंगे.’’ उन्होंने उम्मीद जतायी कि मामले का जल्दी ही निपटा लिया जाएगा.
सेबी ने अनिल और दो कंपनियों के अन्य अधिकारियों को सात जून को कारण बताओ नोटिस दिया था. उसके बाद उन्हें एक और नोटिस 21 जुलाई को दिया गया. बाजार नियामक ने मामले में उन्हें एक और मौका देते हुए 27 अगस्त तक नोटिस का जवाब देने और तीन सितंबर को उसके समक्ष उपस्थित होने को कहा है.
अनिल के अलावा आर इंफ्रा के उपाध्यख सतीश सेठ और अन्य निदेशक जेपी चलसानी, एससी गुप्ता औश्र ललित जालाल को जवाब देने को कहा गया है.