लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल की विरासत को लेकर भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस में नुराकुश्ती जारी है. अब कांग्रेस महासचिव और उत्तर प्रदेश प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा ने सरदार पटेल को कांग्रेस का निष्ठावान नेता बताया है. इसके साथ ही प्रियंका ने बीजेपी पर सरदार पटेल को अपनाने की कोशिश का आरोप लगाया.
प्रियंका ने कहा, 'सरदार पटेल कांग्रेस के निष्ठावान नेता थे जो कांग्रेस की विचारधारा के प्रति समर्पित थे. वह जवाहरलाल नेहरू के करीबी साथी थे और आरएसएस के सख्त खिलाफ थे. आज बीजेपी द्वारा उन्हें अपनाने की कोशिशें करते हुए और उन्हें श्रद्धांजलि देते देख के बहुत खुशी होती है, क्योंकि बीजेपी के इस एक्शन से दो चीजें स्पष्ट होती हैं, पहला- उनका अपना कोई स्वतंत्रता सेनानी महापुरुष नहीं है. तकरीबन सभी कांग्रेस से जुड़े थे. दूसरा- सरदार पटेल जैसे महापुरुष को एक न एक दिन उनके शत्रुओं को भी नमन करना पड़ता है.
सरदार पटेल कांग्रेस के निष्ठावान नेता थे जो कांग्रेस की विचारधारा के प्रति समर्पित थे। वह जवाहरलाल नेहरू के क़रीबी साथी थे और RSS के सख़्त ख़िलाफ थे। आज भाजपा द्वारा उन्हें अपनाने की कोशिशें करते हुए और उन्हें श्रद्धांजलि देते देख के बहुत ख़ुशी होती है, क्योंकि भाजपा के इस.. 1/2 pic.twitter.com/5yBAsN6VRz
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) October 31, 2019
प्रियंका गांधी के साथ-साथ कांग्रेस नेता पीएल पुनिया ने भी बीजेपी पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के बारे में सरदार पटेल के विचार जगजाहिर हैं. अगर बीजेपी उनकी जयंती मना रही है तो यह स्वाग के योग्य है. जो लोग नाथू राम गोड़से की पूजा करते हैं उन्हें यह भी करना पड़ रहा है. यह सरकार सत्ता में रहने के लिए कुछ भी कर सकती है.
वहीं लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल की विरासत को लेकर भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस के बीच सियासी बवाल थमता नजर नहीं आ रहा है. कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा के बयान पर बीजेपी नेता शाहनवाज हुसैन ने कहा कि कांग्रेस सरदार पटेल जैसे स्वतंत्रता सेनानियों को बांटने का काम कर रही है. सरदार पटेल किसी पार्टी के नहीं थे, वो देश के नेता थे.
शाहनवाज हुसैन ने कहा कि कांग्रेस ने हर योजना से लेकर भवन तक का नाम सिर्फ एक परिवार के नाम पर रखा. कांग्रेस ने जितना अपमान सरदार पटेल का किया, उतना ही मान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सरदार पटेल को दिया. सरदार पटेल महात्मा गांधी वाली कांग्रेस के नेता थे, जिसके लिए आजादी के बाद कांग्रेस को खत्म कर देना चाहिए. सरदार पटेल, इंदिरा-राजीव गांधी वाली हाथ छाप कांग्रेस के सदस्य नहीं थे.