मुंबई ब्लास्ट में सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद संजय दत्त रो पड़ें. काफी मुश्किल से संभलें. घर के बाहर रिपोर्टरों और समर्थकों की भीड़ लगी हुई थी. वह चाहकर भी घर से बाहर नहीं आ सकें. बाद में उनकी ओर से एक पत्र आया जिसमें उन्होंने काफी भावुक तरीके से अपनी बात कही थी.
उनके कुछ करीबी लोगों की माने तो संजय दत्त काफी बेचैनी में रात बिताए. हालांकि उन्होंने अपने दोस्तों से कहा कि वह कोशिश करेंगे की सभी फिल्मों को पूरा करके ही जाए. सुप्रीम कोर्ट ने संजय दत्त को 4 सप्ताह का वक्त दिया है.
संजय दत्त ने मीडिया को पत्र लिखा उसमें संजय दत्त का दर्द छलक के बाहर आया. गुरूवार को स्रुप्रीम कोर्ट से दत्त को पांच साल की सजा सुनाई. संजय इससे पहले 18 महीने की जेल की सजा काट चुके हैं.
संजय दत्त ने अपने पत्र में लिखा, 'मै 20 वर्षों से दर्द झेल रहा हूं और 18 महीने की सजा काट चुका हूं. अगर कोर्ट मुझे और सजा देना चाहता है तो मुझे भी इसके लिए मजबूत होना होगा.
आज मेरा दिल टूटा है क्योंकि मेरे साथ मेरे तीनों बच्चों और पत्नी को भी सजा मिलेगी. मैने हमेशा हमारी न्यायिक प्रणाली का सम्मान किया है और आज भी आंखों में आंसू के साथ इसका सम्मान कर रहा हूं. मै अपनी सारी फिल्में पूरी करूंगा और किसी को परेशानी में नहीं डालूंगा. मै फिल्म इंडस्ट्री के लोगों, मीडिया, मेरे शुभचिंतकों और अपने फैन्स का शुक्रिया अदा करता हूं जिन्होंने मेरा हमेशा साथ दिया.
मेरा दिल जानता है कि मै एक अच्छा इंसान हूं. मैने हमेशा लोकतंत्र का सम्मान किया और अपने देश से कभी गद्दारी नहीं की. मेरा परिवार अभी बहुत नाजुक दौर से गुजर रहा है, सब परेशान है और मुझे उनके लिए मजबूत होना होगा.
मै इस वक्त बहुत बिखरा और टूटा हुआ महसूस कर रहा हूं. मै माफी चाहता हूं कि मै अभी आप लोगों से आकर मिल नहीं सकता. मुझे भगवान पर पूरा भरोसा है और वो मुझे आगे रास्ता दिखाएंगे.'