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अजित डोभाल की टीम में एक दिग्गज, आरएन रवि बने तीसरे डिप्टी NSA

अजित डोभाल की टीम में आरएन रवि के रूप में तीसरे उप राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार की नियुक्ति हो गई है. रवि नगालैंड के साथ वार्ताकार की भी भूमिका निभाएंगे.

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अजित डोभाल (फोटो, पीटीआई)
अजित डोभाल (फोटो, पीटीआई)

संयुक्त खुफिया समिति के अध्यक्ष आरएन रवि को उप राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) बनाया गया है. राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल की टीम में अब 3 डिप्टी एनएसए हो गए हैं.

केरल कैडर के 1976 बैच के भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) अफसर रवि नगा उग्रवादी संगठन नेशनल सोशलिस्ट काउंसिल ऑफ नगालैंड (एनएससीएन-आईएम) के साथ जारी वार्ता में सरकार की तरफ से वार्ताकार भी हैं.

सरकार की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि कैबिनेट की नियुक्ति समिति ने आरएन रवि को उप राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (आंतरिक मामले) बनाए जाने को मंजूरी दे दी है.

खुफिया ब्यूरो के पूर्व प्रमुख अजित डोभाल राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार हैं. डोभाल की टीम में उप राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहाकरों की संख्या बढ़कर 3 हो गई है. रवि के अलावा राजिंदर खन्ना और पंकज सरन भी पहले से ही डिप्टी एनएसए हैं.

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वहीं रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (रॉ) के पूर्व प्रमुख राजिंदर खन्ना को इसी साल जनवरी में उप राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) बनाया गया था. 1978 बैच के अफसर खन्ना ने खुफिया एजेंसी में रहते हुए कई आतंकवाद विरोधी अभियानों का नेतृत्व किया था.

जबकि वरिष्ठ राजनयिक पंकज सरन को इसी साल मई में उप राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) बनाया गया था. इससे पहले वह रूस में भारत के राजदूत रहे.

डिप्टी एनएसए के रूप में सरन की 2 वर्ष के लिए नियुक्ति की गई है. 1982 बैच के भारतीय विदेश सेवा (आईएफएस) के अफसर रहे सरन को नवंबर 2015 में रूस में भारत का राजदूत नियुक्त किया गया था. वह भारत और विदेश में कई महत्वपूर्ण पद संभाल चुके हैं. वह 2007 से 2012 तक प्रधानमंत्री कार्यालय में संयुक्त सचिव भी रहे.

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