मुंबई हमलों पर लगातार रंग बदलते पाकिस्तान को लेकर विदेश मंत्री प्रणब मुखर्जी अब आग बबूला हैं. उन्होंने तो पाकिस्तान की नीयत और काबिलियत पर ही सवाल खड़े कर दिए हैं. प्रणब ने न्यूज चैनल अल जजीरा से एक इंटरव्यू में साफ कहा कि चाहे तो पाकिस्तान जानबूझ कर आतंकवादियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं कर रहा, या फिर उसमें कार्रवाई करने का दम ही नहीं है.
मुंबई हमले के बाद भारत के विदेश मंत्री प्रणब मुखर्जी पहली बार अंतरराष्ट्रीय मीडिया के सामने काफी तल्ख लहजे में बोले. प्रणब ने एक विदेशी टीवी चैनल अल जजीरा को दिए इंटरव्यू में पाकिस्तान की नीयत पर सीधे-सीधे सवाल उठा दिए.
प्रणब मुखर्जी ने कहा कि केवल मुंबई की घटना उदाहरण नहीं है, इस मामले में नहीं, लेकिन पिछले कई मामलों में आतंकवादी पाकिस्तान में शरण लेते रहे हैं इससे हम ये अंतर करने में सहज नहीं हैं कि वो या तो ऐसा जानबूझ कर कर रहा है या फिर आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई की ताकत ही उसमें नहीं है.
प्रणब ने कहा कि मुंबई हमले की जांच के सिलसिले में भारत को जो करना है वो कर रहा है लेकिन जरुरत है पाकिस्तान कार्रवाई करे. प्रणब ने आगे कहा कि पाकिस्तान से हमारी सिर्फ तीन मांगें हैं. वो अपने यहां चल रहे आतंकवादी शिविरों को नष्ट करे. मुंबई पर हमला करने वाले आतंकवादियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करे और भारत में अपराध कर पाकिस्तान में शरण लेने वाले भगोड़े अपराधियों को ढूंढे.
प्रणब ने कहा कि बेबसी का रोना रोकर पाकिस्तान अपनी जिम्मेदारी से मुंह नहीं मोड़ सकता. उन्होंने पाकिस्तान के इन आरोपों को भी खारिज कर दिया कि भारत ने कभी भी मुंबई हमले के लिए हर पाकिस्तानी को दोषी नहीं ठहराया है.
मुंबई हमले से पूरा देश गुस्से में है. प्रणब मुखर्जी ने पाकिस्तान को याद दिलाया कि देश का ये गुस्सा खत्म नहीं हुआ है लेकिन, क्या पाकिस्तान को इन बातों से फर्क पड़ता है. कम से कम अब तक कोई असर नहीं देखा गया.