कांसास में रहने वाली 13 वर्षीय भारतीय अमेरिकी लड़की काव्या शिवशंकर ने अपनी असाधारण मेधा का प्रदर्शन करते हुए प्रतिष्ठित स्क्रिप्स स्पेलिंग बी चैम्पियनशिर्पं ट्राफी पर अपना कब्जा जमा लिया.
इस प्रतियोगिता में हर ओर भारतीय अमेरिकी समुदाय के छात्र छात्राओं का ही जलवा दिखा. प्रतियोगिता के अंतिम चरण में पहुंचे प्रतिस्पर्द्धियों के बीच कांटे की टक्कर देखने को मिली लेकिन शब्द आयोडीशन की सही स्पेलिंग बताए जाने के साथ काव्या को स्पेलिंग बी की चैम्पियन घोषित कर दिया गया.
प्रतियोगिता के अंतिम चरण में अमेरिका के 11 छात्र छात्रा पहुंचे जिनमें से सात भारतीय अमेरिकी समुदाय के थे. कांसास के ओलथे में आठवीं कक्षा की छात्रा काव्या 1999 के स्क्रिप्स नेशनल स्पेलिंग र्बीं विजेता नूपुर लाला को अपना प्रेरणासोत बताती है. उसका सपना न्यूरोसर्जन बनने का है.
काव्या वर्ष 2006, 2007 और 2008 में भी अंतिम चरण में पहुंची थी जिनमें उसे क्रमश: 10वां, 8वां और चौथा स्थान मिला.
सेंट्रविले वर्जीनिया के सातवीं कक्षा के 12 वर्षीय छात्र टिम रुइटर को रनर अप घोषित किया गया जबकि स्प्रिंगफील्ड इलिनोइस की 13 वर्षीय ऐश्वर्या पास्तापुर को तीसरा स्थान मिला.